देश व प्रदेश के सियासी माहौल में विपक्षियों द्वारा दलितों पिछड़ों के मुद्दे पर चुनौती झेल रही भाजपा ने ग्राम स्वराज अभियान के तहत अपने इस कमजोर वोट बैंक को कहीं न कहीं साधने की कोशिश करते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव की बिसात भी बिछानी शुरू कर दी। दलित और पिछड़ी व आदिवासी बाहुल्य इलाकों में चौपाल लगाकर उन तक योजनाओं की जानकारी उनका लाभ और पार्टी की नीतियां पहुंचाने का सतत् प्रयास जारी है।
कैबिनेट मंत्री ने लगाई चौपाल ग्राम स्वराज अभियान के तहत प्रदेश के सहकारिता विभाग के मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने दलित बाहुल्य रैपुरवामाफी गांव में रात्रि चौपाल लगाकर ग्रामीणों को केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें उज्ज्वला योजना सहित अन्य सरकरी योजनाओं का लाभ दिलाया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने सरकार की अति पिछड़ों व दलितों को लेकर विकास के दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए कहा कि मोदी व योगी की सरकार में विकास का पहिया तेजी से घूम रहा है और सबका साथ सबका विकास सरकार का लक्ष्य है।
विकास के विवरण पर भारी शिकायतों की फेहरिस्त कैबिनेट मंत्री के सामने जनता ने शिकायतों का अम्बार लगा दिया। मंत्री द्वारा विकास के विवरण पर शिकायतों की फेहरिस्त भारी पड़ी और जनता ने प्रशासन की उदासीनता से लेकर जनप्रतिनिधियों तक की शिकायतें कैबिनेट मंत्री से की, जिस पर मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि जनता को शिकायत का मौका न दें और बराबर उनके बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनें उनका समाधान करवाएं।
नब्ज टटोलने की शुरुआत ग्राम स्वराज अभियान के तहत इस समय पूरा भगवा ब्रिगेड एक्टिव मोड पर है। विपक्षियों को आगे कोई मौका न देने के उद्देश्य के तहत इस अभियान के माध्यम से जनप्रतिनिधियों का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया जा रहा है और पिछड़े इलाके व जातियों की नब्ज भी टटोली जा रही है कि आखिर सरकार व पार्टी को लेकर उनकी क्या राय है। सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने सांसदों, विधायकों के पेंच कसते हुए उनसे जनता से लगातार संवाद बनाए रखने का निर्देश दिया है।