जनपद के मानिकपुर तहसील के तहसीलदार व लेखपाल मानिकपुर सदर पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए पिछले 15 दिनों से आंदोलनरत अधिवक्ताओं ने फि़लहाल प्रशासन के आश्वासन के आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया है। पिछले 15 दिनों से धरना प्रदर्शन न्यायिक कार्य का बहिष्कार व क्रमिक अनशन कर रहे अधिवक्ताओं ने शुक्रवार से आमरण अनशन की शुरुआत की थी।
बिगडऩे लगी थी हालत आमरण अनशनकारी अधिवक्ताओं की हालत इस भीषण तपन व लू में 24 घण्टे के अंदर ही बिगडऩे लगी थी जिसमें एक अधिवक्ता की हालत कुछ ज्यादा ही खराब होने का अंदेशा चिकित्सकों द्वारा जताया गया था। प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा पिछले 15 दिनों व आमरण अनशन के शुरूआती दिन में अधिवक्ताओं के पास वार्ता करने नहीं पहुंचा। शनिवार रविवार देर रात जब चिकित्सकों ने फिर चेताया कि एक अधिवक्ता की हालत बिल्कुल बिगडऩे वाली है तब जाकर प्रशासन ने बैकफुट पर आते हुए अधिवक्ताओं से वार्ता करना जरुरी समझा।
लेखपाल का तबादला व तहसीलदार के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन आमरण अनशनकारी अधिवक्ताओं के पास पहुंचे एसडीएम मानिकपुर दुर्गेश मिश्रा ने लेखपाल सदर ओंकार सिंह का तबादला सरैयां के लिए कर दिया है और तहसीलदार मानिकपुर के खिलाफ विभागीय कार्यवाही को शासन को पत्र लिखा गया है। एसडीएम के इस आश्वासन पर अधिवक्ताओं ने जूस पीकर अनशन समाप्त किया। अधिवक्ताओं का कहना था कि अधिकारियों ने यदि जनता या किसी भी अधिवक्ता के साथ अभद्रता की तो आगे भी आंदोलन किया जाएगा और तानाशाही रवैया बर्दाश्त नहीं होगा। गौरतलब है कि अनशनकारी अधिवक्ताओं के समर्थन में जनपद के अन्य अधिवक्ता भी आ गए थे और न्यायिक कार्य के बहिष्कार सहित हड़ताल की चेतावनी दी गई थी।