युद्धस्तर पर चल रही थी तैयारियां दरअसल यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के 16 सितम्बर को जनपद आगमन की सुगबुगाहट ने प्रशासनिक अमले का तापमान बढ़ा दिया था. सीएम के संभावित दौरे को लेकर विकास योजनाओं के चमकदार आंकड़ों की बाजीगरी करने में अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक माथा पच्ची कर रहे थे तो वहीं हेलीपैड से लेकर जनसभा तक के स्थल को लगभग चिन्हित भी किया जा चुका था. पुलिस लाइन में व् मुख्यालय स्थित सीआईसी इंटर कॉलेज में से एक में सीएम का हेलीकॉप्टर उतरने की संभावना व्यक्त की जा रही थी तो इन्ही दोनों जगहों में से एक स्थान पर जनसभा की तैयारियों को भी फाइनल किया जाना था. जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर व् पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा लगातार दोनों स्थानों का जायजा लेते हुए ऊपर से पुष्टि का इंतजार कर रहे थे.
गांव की भी बदली जा रही थी सूरत इधर सीएम के किसी गांव के संभावित दौरे का भी संकेत मिलने पर प्रशासनिक अमला मुख्यालय स्थित कोल गदहिया गांव का काया कल्प करने में जुट गया था. गांव की गलियों से लेकर स्कूल व् पंचायत भवनों को पसीना बहाते हुए चमकाने का प्रयास किया जा रहा था. विकास की पोल पट्टी खोलते सड़क मार्ग के गड्ढों रूपी घावों को भी भरने का कार्य शुरू हो चुका था. डीएम व् एसपी बराबर इस गांव की मॉनीटरिंग कर रहे थे. स्कूली बच्चों को भी रट्टू तोते की तरह गिनती पहाड़े और सामान्य ज्ञान की जानकारियां रटवाई जा रही थीं. कुल मिलाकर पूरे सिस्टम को रामराज्य के आईने में उतारने का प्रयास जारी था.
कैंसिल हुआ सीएम का दौरा इस बीच अचानक ऊपर से सूचना आई कि सूबे के मुखिया का दौरा फिलहाल स्थगित हो गया जो 16 सितम्बर को प्रस्तावित था. इस खबर से पूरे प्रशासनिक ढांचे ने राहत की सांस ली है. जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने जानकारी देते हुए बताया कि सीएम का दौरा फ़िलहाल स्थगित हो गया है.