लुटेरों ने कैशियर सलमान पर पिस्टल तान दी। उससे नकदी निकालने के लिए कहा। इससे डरकर कैशियर काउंटर के नीचे बैठ गया। कैशियर ने आपातकालीन दो अलार्म भी दबाए। लुटेरों ने अलार्म को लात मारकर तोड दिया। कैशियर के रूम में घुसकर वहां रखी नकदी साथ लाए बैग में भर ली। कैशियर से स्ट्रॉग रूम की चॉबी मांगी। कैशियर ने कहा कि स्ट्रॉंग रूम की चॉबी मैनेजर के पास होती है। लेकिन वह बाहर गए है।
इस बीच एक लुटेरे के इशारे पर अन्य लुटेरों ने पिस्टल तानकर वहां मौजूद गार्ड समेत दस-बारह जनों को एक जगह बैठा दिया। उन पर पिस्टल ताने रखी। इस दौरान बैंक के अंदर आए गोल्ड लोन मैनेजर रोबिनसिंह हाड़ा को भी लुटेरों ने पकड़ लिया। उसके विरोध करने पर उस पर पिस्टल के बट से वार करके घायल कर दिया। लुटेरे महिला ग्राहक की लगभग एक तोला वजनी सोने की चैन व 10 हजार रुपए उससे छीन लिए।
लुटेरे दस मिनट तक बैंक में रहे। नकदी समेटने के लिए बाद दो मोटरसाइकिलों पर भाग गए। घटना से दहशत में आए गार्ड और ग्राहकों ने उनके जाने के बाद शोर मचाया। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस उपाधीक्षक जगराम मीणा, कोतवाली प्रभारी हरेन्द्रसिंह सौदा, सदर थानाप्रभारी फूलचंद टेलर जाप्ते के साथ वहां पहुंचे। बैंककर्मियों से घटना की जानकारी ली। पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी करा दी। बैंक के सीसी टीवी फुटेज में घटना कैद हो गई। पुलिस फुटेज के आधार पर लुटेरों की तलाश कर रही है। वहीं काउंटर पर मौजूद केश की गणना की जा रही है। उसके बाद ही वास्तविक नकदी का पता लग पाएगा।