माता आसावरा का मंदिर सोनियाणा रेवलिया कला दौलतपुरा के मध्य स्थित पहाड़ी के बीच मे स्थित है। यह स्थान चित्तौडगढ़ से 27 किलोमीटर, कपासन से 25 किलोमीटर, सिंहपुर से 15 किलोमीटर, बानसेन से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दर्शनार्थियों की बड़ी संख्या के बावजूद यहां का रास्ता कच्चा है। यहां के ग्रामीणों द्वारा जनप्रतिनिधियों से डामरीकरण सड़क की मांग की गई है लेकिन फिलहाल अभी रास्ता कच्चा ही है। मंदिर के आसपास काफ ी छायादार पेड़ पौधे लगें हैं एवं काफ ी हरियाली रहती है। खासतौर से इस मौसम में तो यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही बनती है।