सरस डेयरी 31 से बंद कर देगी दूध संकलन, संकट में पशुपालक
लॉक डाउन के इस दौर में चित्तौडग़ढ़-प्र्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की हालत खस्ता हो गई है। संघ ने 31 मार्च से दूध संकलन बंद करने का आदेश जारी किया है। हालत यह है कि करीब सवा सौ टन घी का स्टॉक हो चुका है, लेकिन घी की मांग नहीं के बराबर रह गई है।
सरस डेयरी 31 से बंद कर देगी दूध संकलन, संकट में पशुपालक
चित्तौडग़ढ़
चित्तौडग़ढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ चित्तौडग़ढ़ के प्रबंध संचालक नटवर सिंह ने सोमवार को जारी आदेश में कहा है कि ३१ मार्च सायं से अग्रिम आदेश तक दुग्ध संकलन बंद किया जाता है। यदि किसी बीएमसी व समिति पर दुग्ध संकलन किया जाता है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी स्वयं सचिव की होगी तथा संघ द्वारा किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया जाएगा। दुग्ध संकलन पुन: प्रारंभ करने के लिए अलग से सूचित किया जाएगा। प्रबंध संचालक के इस आदेश से कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन में संकट के दौर से गुजर रहे पशुपालकों पर अब दोहरा संकट आ गया है। डेयरी के भरोसे बरसों से अपना व्यवसाय कर रहे पशुपालकों के सामने समस्या यह आ गई है कि डेयरी उनका दूध खरीदना बंद कर देगी तो वे दूध बेचेंगे कहां। संकट की इस घड़ी में डेयरी के इस निर्णय के चलते पशुपालकों के लिए पशुओं के चारे-पानी का खर्चा निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।
इधर प्रबंध संचालक का कहना है कि डेयरी के पास करीब सवा सौ टन घी का स्टॉक हो गया है। सबसे ज्यादा पन्द्रह टन घी हर माह सांवलियाजी मंदिर मण्डल ट्रस्ट खरीदता था, वह भी इन दिनों बंद हो गया है। इसके अलावा जहां प्रतिदिन अस्सी से नब्बे हजार लीटर दूध की बिक्री हो जाती थी, वह अब घटकर चालीस हजार लीटर प्रतिदिन ही रह गई है। लॉक डाउन के चलते दुकानें, चाय की केबिनें, मिठाई की दुकानें आदि बंद होने के कारण दूध की बिक्री में कमी आई है। ऐसे में दूध संकलन करने से स्टॉक ज्यादा हो जाएगा और बिक्री के अभाव में खराब भी हो जाएगा, इसलिए ३१ मार्च से दूध का संकलन बंद करने का निर्णय किया गया है।
Home / Chittorgarh / सरस डेयरी 31 से बंद कर देगी दूध संकलन, संकट में पशुपालक