कहां समस्या बना एनीकट टूटा तो ग्रामीणों को मिली राहत
चित्तौडग़ढ़ जिले के राशमी स्थित आदर्श ग्राम पंचायत मरमी में राहगीरों के लिए समस्या बना एक एनीकट शुक्रवार को तेज बरसात से टूट गया। एनीकट टूटने से ग्रामीणों को आवागमन में राहत मिली। आदर्श ग्राम पंचायत मरमी में गांव व मरमी माता के बीच बहने वाले बरसाती नाले पर करीब चार वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना में विद्युत ग्रिड के पास एनीकट बनाया गया था।
चित्तौड़गढ़•Aug 16, 2019 / 10:57 pm•
Vijay
कहां समस्या बना एनीकट टूटा तो ग्रामीणों को मिली राहत
चित्तौडग़ढ़ जिले के राशमी स्थित आदर्श ग्राम पंचायत मरमी में राहगीरों के लिए समस्या बना एक एनीकट शुक्रवार को तेज बरसात से टूट गया। एनीकट टूटने से ग्रामीणों को आवागमन में राहत मिली। आदर्श ग्राम पंचायत मरमी में गांव व मरमी माता के बीच बहने वाले बरसाती नाले पर करीब चार वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना में विद्युत ग्रिड के पास एनीकट बनाया गया था। एनीकट की गलत डिजाईन ग्रामीणों के लिए समस्या बन गई। बरसात के दिनों में एनीकट भरने के दौरान मरमी गांव का सड़क संपर्क टूट जाता। करीब चार साल से समस्या झेल रहे ग्रामीणों ने समस्या निराकरण के लिए कई बार प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया। लेकिन समस्या का निदान नहीं हो पाया। क्षेत्र में तेज बारिश से शुक्रवार को भी एनीकट लबालब भरकर चादर चलने लगी। जिससे मरमी गांव का सड़क स?पर्क टूट गया। प्रात: आठ बजे पानी की जोरदार आवक से विद्युत ग्रिड की ओर से एनीकट की मिट्टी से बनी दिवार में कटाव लग गया। मिट्टी की दिवार बहने से एनीकट का जल स्तर उतर गया तथा बंद आवागमन शुरू हो गया। ग्रामीणों ने एनीकट की डिजाईन में बदलाव करने या सड़क पर बने एनीकट कम काजवे को पुलिया में बदले जाने की मांग की हैं।
भदेसर. कई गांव में बरसाती नालों की आवक के कारण सड़क मार्ग बंद हो गए, वहीं बिजली गुल हो रही। भदेसर क्षेत्र में कई बरसाती नाले व नदियां तथा तालाबों में पानी की आवक हुई। क्षेत्र के गांव में गुरुवार रात तेज बरसात हुई, इससे भादसोडा से आकोला, निकुम्भ चौराहा से निंबाहेड़ा, फलासिया से भदेसर, बानसेन से कंथारिया, भादसोडा से रेवलियां, सड़क मार्ग अवरुद्ध रहे। वहीं बांधों में पानी की लगातार आवक जारी है सांवरिया सरोवर 1 मीटर 50 सेंटीमीटर हो गए हैं, लुहारियां 1.40 ,वही गंगारिया मे तीन सौ बीघा में, भदेसर के हमेर सागर ,कंथारिया नापानिया, भादसोड़ा ,रेवलियां सहित सभी तालाबों में पानी की आवक हुई। इधर पूरी तरह खाली पड़ी वागन नदी व गांगली नदी का संगम होने के बाद इसमें आए पानी से जगह-जगह लोग पानी देखने के लिए उमड़ पड़े। आकोला ,पोटला, फलासिया पुलिया पर जाकर लोगों ने पहली बार वागन नदी में पानी आने से खुशी जताई है।
भूपालसागर. क्षेत्र में गुरूवार रात्रि से चल रही बारीष से भूपालसागर डेम ९ फीट के करीब पहुंच गया। लुणेरा कांकरवा से आने वाले नालों के तेज गति से चलने से पानी की लगातार आवक हो रही है।
सोनियाना. क्षेत्र में 2 दिन से लगातार भारी बारिश के चलते हुए सुरपुर स्थित बडचे एवं बागली नदी में आए उफान से आवागमन के सभी साधन बन्द है। बांग्ला नदी का भी उफान है एवं रत्नाबावजी के गाटे पर बेड़च नदी उफान पर है। कन्थारिया रेवलिया खुर्द सोनियाणा दोलतपुरा दोतडी खेड़ा सभी गांव के रास्ते बानसेन -भदेसर जाने वाले सभी रास्ते बंद है। कन्थारिया का तालाब भी उफान पर है।
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