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सब्जियों के बढ़े भावों से रसोई का बिगड़ा बजट

क्षेत्र में हरी सब्जियों के बढ़े दामों से गृहणियों की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। गत दो माह से हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में कमजोर व गरीब तबके के लोगो की थाली से हरी सब्जियां गायब है। शहर में मटर के दाम तो 70 रुपए किलो तक पहुंच गए है।

चुरूNov 22, 2020 / 04:52 pm

Madhusudan Sharma

सब्जियों के बढ़े भावों से रसोई का बिगड़ा बजट

सब्जियों के बढ़े भावों से रसोई का बिगड़ा बजट

सुजानगढ़. क्षेत्र में हरी सब्जियों के बढ़े दामों से गृहणियों की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। गत दो माह से हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में कमजोर व गरीब तबके के लोगो की थाली से हरी सब्जियां गायब है। शहर में मटर के दाम तो 70 रुपए किलो तक पहुंच गए है। इसके अलावा ग्वार फली 60 रुपए, हरी मिर्च व प्याज 60 रुपए प्रतिकिलो की दर से बिक रहे हंै। अमूमन सर्दी के मौसम में हरी सब्जियों की बम्पर आवक होती है और दाम भी घट जाते हंै, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। इन दिनों हरी सब्जियां गरीब की थाली से दूर है। सब्जी विक्रेताओ का कहना है कि पिछले सप्ताह भर से टमाटर, हरे प्याज व आलू के दाम कुछ कम हुए है, लेकिन हर साल के मुकाबले काफी तेजी है। सर्दी सीजन में हरी सब्जियों की खपत अधिक रहती है, तो आवक अच्छी रहती है। मंडी व्यापारियों का कहना है कि बाड़मेर सहित पश्चिम राजस्थान के शहरों में हरी सब्जियों की डिमाण्ड अधिक है। जिससे हरी सब्जियों के दामों में तेजी है।
सावो में फिर बढ़ सकते हैं दाम
क्षेत्र में नवम्बर व दिसम्बर माह में सावों की भरमार है। ऐसे में सब्जियों के दाम बढ़ सकते है। सीजन में मटर, हरी मिर्च, सूखे प्याज, भिण्डी, पत्तागोभी, आलू व टमाटर की मांग अधिक रहती है।
यह है सब्जियों के दाम
फिलहाल यहां बाजार में मटर 60 से 70 रुपए किलो, ग्वार फली 50 से 60, हरी मिर्च व प्याज 50 से 60, भिण्डी 50, हरी मैथी 40 से 50, आलू व टमाटर 40 रुपए, फूल व पत्ता गोभी 40 रुपए, खीरा 30 रुपए, हरे प्याज 60 रुपए, लोकी 20 रुपए, करेला 50 रुपए, धणियां 30 रुपए, टिडसी 30 रुपए, अदरक 60 से 70, नीबूं 40, पालक 20 रुपए, पोदिना 30 रुपए, शकरकंद 30 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
इनका-कहना
-सब्जियों के भाव गत वर्ष की तुलना में काफी उंचे है जबकि एक माह पूर्व के भावो से कुछ कम हुए है। अधिक सर्दी में अधिक आवक होने पर भावो में कमी आने की सम्भावना है।
जॉनी बिनवानी, न्यू सब्जी मंडी सुजानगढ़।
-सुजानगढ़ के आसपास सब्जियां कम होती है इसलिए सीकर, लोसल, चौमू, जयपुर, भीलवाड़ा साईड से सब्जियों की आपूर्ति होती है इसलिए परिवहन खर्च भी एक कारण है अधिक भावो का।
टीकमचन्द सिंधी, थोक विक्रेता, सब्जी मंडी सुजानगढ़।

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