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चुरू

जोड़तोड़ की सियासत में भाजपा ने हारी बाजी जीती, राहड़ बने प्रधान

पंचायत समिति के चुनाव में सियासी जोड़तोड़ की गणित के बाजीगर कहे जाने वाले उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने हारी बाजी को पलट दिया।

चुरूDec 11, 2020 / 09:37 am

Madhusudan Sharma

जोड़तोड़ की सियासत में भाजपा ने हारी बाजी जीती, राहड़ बने प्रधान

जोड़तोड़ की सियासत में भाजपा ने हारी बाजी जीती, राहड़ बने प्रधान

चूरू. पंचायत समिति के चुनाव में सियासी जोड़तोड़ की गणित के बाजीगर कहे जाने वाले उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने हारी बाजी को पलट दिया। एक वोट कम होने के बावजूद वे अपनी सियासी चाल चलने में कामयाब हुए और कांग्रेस के एक सदस्य को भाजपा के पक्ष में लाकर कांग्रेस के सारे समीकरणों को उलट दिया। देर रात तक कांग्रेस अपना प्रधान बनाने को लेकर आश्वस्त थी लेकिन धर्मेन्द्र बुडानिया और दीपचंद राहड़ के बीच आपसी सहमति नहीं बन पाई। जिसका भाजपा ने भरपूर फायदा उठाया और अपना प्रधान बना लिया। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के दीपचंद राहड़ भाजपा के खेमे में आ गए और उन्होंने भाजपा की तरफ से प्रधान पद के लिए भाजपा से पर्चा दाखिल कर दिया। वहीं कांग्रेस की ओर से धर्मेन्द्र बुडानिया ने पर्चा दाखिल किया। इसके बाद शुरू हुए मतदान में भाजपा के पक्ष में दस और कांग्रेस के पक्ष में नौ सदस्यों ने मतदान किया। इस पर भाजपा ने एक वोट से अपना प्रधान बना लिया। चूरू की राजनीति में भाजपा ने एक बड़ा दाव खेलकर कांग्रेस के सारे समीकरण गड़बड़ा दिए। कांग्रेस की बाड़ेबंदी में आपसी कलह का फायदा उठाते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते दीपचंद राहड़ को अपने खेमे में शामिल कर लिया। इसके साथ ही अपना प्रधान बनाने की खुशी में झूम रही कांग्रेस सारे सपने धूमिल हो गए। इस हार के पीछे कांग्रेस की आपसी अंतर्कलह को बड़ा कारण माना जा रहा है। आपको बता दें की पंचायत समिति के 19 ब्लॉक में कांग्रेस के 10 सदस्य और भाजपा के नौ सदस्य जीत कर आए थे। एक मत से राहड़ को विजेता घोषित कर दिया गया।
आमने-सामने हुए भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता, बुलाया पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता
इधर, प्रधान के लिए मतदान से पहले पंचायत समिति परिसर के बाहर भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ता एकबारगी आमने-सामने हो गए। अपराह्न तीन बजे सबसे पहले कांग्रेस से प्रधान पद के दावेदार बुडानिया पहुंचे, उनके साथ में एक समर्थक के जाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध जाहिर किया। उन्होंने बुडानिया व उनके साथ आए कार्यकर्ता को घेर लिया व केवल विजेता प्रत्याशी को अकेले जाने की बात कही। इस बात को लेकर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। माहौल बिगड़ता देखकर पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता बुलाना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी परिस देशमुख स्वयं मौके पर पहुंच गए। एएसपी योगेन्द्र फौजदार जाप्ते के साथ मौजूद रहे।
गाडिय़ों को घेरा
कुछ देर बाद कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया बंद गाडिय़ों में कांग्रेस के विजेता प्रत्याशियों को मतदान स्थल लेकर पहुंचे तो फिर से शोर-शराबा शुरू हो गया। कुछ भाजपा कार्यकर्ता गाडिय़ों के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। हालांकि पुलिस की ओर से मामले को शांत कराया गया। हालत यह थी कि रोड के एक तरफ भाजपा व दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे। कुछ कार्यकर्ता बैरिकेट लांघकर पंचायत समिति की तरफ घुसने का प्रयास करने लगे तो पुलिसकर्मी घबरा गए। बाद में बमुश्किल काबू किया गया।
अब तक बने प्रधान
– प्रताप बुडानिया
– रामनाथ कस्वा
– गणपत न्यौल
– रमेश स्वामी
– सुगनाराम
– पेमाराम घिंटाला
– गोपसिंह भांभू
– अमीलाल कस्वा
– अनकौरी देवी
– हरलाल सारण
– रणजीत सातड़ा
– ज्योति राठौड़
– दीपचंद राहड़
इनका कहना है…
आम आदमी के हित के लिए कार्य करूंगा, हर वक्त उनके लिए तैयार रहूंगा। जनता ने मुझपर विश्वास जताकर प्रधान पद सौंपा है। उनका विश्वास कभी टूटने नहीं दिया जाएगा। मैने कांग्रेस के झंडे के नीचे 35 साल कार्यकर्ता के तौर पर सेवा की। लेकिन उन्होंने हमेशा मेरे से दुव्र्यहार किया, ऐसे में भाजपा में शामिल हुआ हूं।
दीपचंद राहड़, नवनिर्वाचित प्रधान, पंचायत समिति चूरू

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