borwell: बीकानेर व चूरू टीम के पास नहीं संसाधन, रात डेढ़ बजे शुरू हुआ रेस्क्यू
बीदासर. अजमेर से सीआई हसंराज के नेतृत्व में 20 सदस्यों की एचडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची।
borwell: बीकानेर व चूरू टीम के पास नहीं संसाधन, रात डेढ़ बजे शुरू हुआ रेस्क्यू
बीदासर. बीदासर कस्बे के निकटवर्ती ढाणी कालेरान में बोरवैल में 180 फीट पर फंसे तीन साल के सुभाष गढ़वाल को निकालने के लिए दस घंटे रेस्क्यू चला। मामले को लेकर एक बहुत बड़ी लापरवाही भी सामने आई, बीकानेर की एसडीआरएफ व चूरू की टीम के पास कोई साधन नहीं थे। ऐसे में बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया।रात करीब 1.30 बजे अजमेर से सीआई हसंराज के नेतृत्व में 20 सदस्यों की एचडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची।जिन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, करीब तीन घंटे के बाद टीम ने बच्चे को बाहर निकाला।साण्डवा सीएचसी के चिकित्सक मनीष सोनी के नेतृत्व मे आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बीदासर सीएचसी ले गए, जहां मासूम सुभाष को मृत घोषित कर दिया। अजमेर की एचडीआरएफ टीम ने काफी प्रयासों के बाद बच्चे को बाहर निकाला। लेकिन जब तक मासूम की मौत हो चुकी थी।प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम मासूम का पिता सोहन राम गढ़वाल खेत में बोरवैल की मशीन खराब होने पर बीदासर ठीक करवाने के लिए गया था, लेकिन बोरवेल ढकना भूल गया।जिसके चलते तीन साल का सुभाष उसमें गिर गया।घटना की जानकारी प्रशासन व पुलिस को देने पर कलक्टर संदेश नायक, एसपी तेजस्वनी गौतम सहित अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे।प्रशासन की ओर से रेस्क्यू के लिए बीकानेर व अजमेर से टीम बुलाई। बोरवैल में मासूम गिरने के बाद हल्की बरसात का दौर शुरू हो गया। जो रूक रूक कर जारी रहा। बारिश में अजमेर से आई टीम ने लेकिन बरसात के दौरान ही आई टीमो ने मासूम को निकालने के लिए काम जारी रखा।प्रशासन ने सिलेंडर के जरीए 180 फ ीट की गहराई पर फंसे बच्चे को बचाने के लिए कृत्रिम
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