जानकारी के मुताबिक वायरस के चलते जिले लाकडाउन है, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर है।इसका परिणाम है कि संगीन प्रकृति के मामलों की संख्या नगण्य रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2019 मार्च माह में जहां जिले के विभिन्न थानों में कुल दर्ज प्रकरणों की संख्या 265 थी, इस वर्ष मार्च माह में दर्ज प्रकरणों की संख्या 278 रही।जो पिछले वर्ष माह माह के मुकाबले में 13 मामले अधिक दर्ज हुए हैं।
सीमा सील होने से फायदा सूत्रों की माने तो चूरू की सीमा हरियाणा से सटी हुई है, हरियाणा के शातिर बदमाश हत्या, अपरण, लूट, डकैती कर भाग जाते हैं। मामला दूसरे राज्य से जुड़ा होने पर पुलिस को पकड़ पाने में दिक्कत होती है।बदमाशों को तलाशने में काफी समय लग जाता है।लेकिन लाकडाउन के बाद में पुलिस ने जिले में चारों तरफ से सीमाओं को सील कर निगरानी के विशेष टीम गठित की है।इसके लिए पुलिस की ओर से जिले में 25 विशेष नाके बनाए गए हैं।यहां पर अलग रजिस्टर बनाया गया है, जहां पर आने जाने वालों का नाम, पता व मोबाइल नंबर लिखे जाते हैं।
चोरी के मामले बढ़े एक तरफ जहां हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती के मामले कम हुए हैं, दूसरी तरफ पिछले साल मार्च माह से तुलना करें तो चोरी के मामलों में काफी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।वर्ष 2019 मार्च माह में जिले में चोरी के दस मामले दर्ज हुए, वहीं इस साल मार्च के महिने में संख्या बढ़कर 22 पर पहुंच गई।विशेषकर सुजानगढ, चोरी, सादुलपुर, सिद्धमुख चोरों के विशेष निशाने पर रहे।
फैक्ट फाइल मामले 2019 2020 हत्या 05 02 हत्या का प्रयास 06 डकैती 01 लूट 02 अपहरण 06 05 बलात्कार 13 09 नकबजनी 13 13 चोरी 10 22
अन्य 209 227 (आंकड़े वर्ष 2019 व 2020 केवल मार्च माह के हैं)