बालिकाओं के सकुशल मिलने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। नाबालिग सहेलियों ने बताया कि परिजनों का टोका-टॉकी करना पसंद नहीं आया और वे ट्रेन में बैठकर राजगढ़ पहुंच गई। यहां लाडनूं में रहने वाले परिचित दोस्त को फोन किया। इधर, बालिकाओं के नहीं मिलने पर परिजनों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों को तलाशना शुरू किया। राजगढ़ पहुंचने पर बालिका ने लाडनूं रहने वाले मित्र को फोन किया।
मित्र के नहीं मिलने पर दोनों ट्रेन में बैठकर चूरू पहुंची। यहां महिला थानाप्रभारी राजेश की नजर पडऩे पर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया। चाइल्ड हेल्प लाइन के कपिल भाटी ने बताया कि इस संबंध में बालिकाओं के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके शुक्रवार को चूरू पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद कानूनी कार्रवाई कर उन्हें परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।