चिकित्सा विशेषज्ञों की मानेंए तो जिस तरह से आवागमन में छूट और प्रवासियों की आमद का सिलसिला शुरू हुआ है, उससे संक्रमण के एक नए दौर की शुरुआत हो सकती है, जो शायद पहले से ज्यादा भयावह होगी। हालांकि, चिकित्सा विभाग ने हालात से निपटने के पूरे इंतजाम कर रखे हैं. लेकिन उसके बावजूद हालात को भांप कर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के हाथ पांव फूले दिखाई दे रहे हैं।
बस की सीट पर बैठ कर आया था
सोमवार को जिस 30 साल के युवक को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह पहले पॉजिटिव निकले 34 साल के युवक के साथ बस में उसी की सीट पर साथ बैठ कर चूरू तक आया था। यह भी वार्ड नौ का ही निवासी है। बताया जाता है कि यह सूरत में भी अपने इसी साथी के साथ ज्यादातर समय रहता था।
जानकारी के मुताबिक, पांच मई को सूरत से जिस बस में यह आया था, उसमें कुल मिला कर 39 लोगों के आने की सूचना मिली है। इसमें से 16 लोगों के चूरू में उतरने की खबर है। रविवार को इन 16 लोगों में से छह की सैंपलिंग की जा चुकी है। सोमवार को बस के बाकी लोगों को खोजने और उनकी सैंपलिंग कराने के लिए चिकित्सा विभाग की टीमें लगी रहीं।