जौहरी सागर को रमणीक स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाकर पहले भी लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हंै। गत भाजपा कार्यकाल में सभापति रहे रमाकांत औझा व कांग्रेस कार्यकाल में सभापति रहे गोविंद महणसरिया ने इसके विकास के लिए लाखों रुपए के विकास कार्य करवाए थे। जौहरी सागर में सांस्कृतिक आयोजन भी करवाए गए। मगर पानी निकासी के पुख्ता इंतजाम नहीं होने से यहां वापस शहर का गंदा पानी एकत्रित हो गया था। गत दिनों हुई बारिश का पानी भी निकासी के अभाव में जौहरी सागर में चले जाने से लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है।
नगर परिषद आयुक्त बीएल सोनी के मुताबिक पानी निकासी के लिए वर्तमान में दो पम्प चालू हैं। पीएचईडी के दो पम्प जो लंबे समय तक काम में नहीं चलाए जाने के कारण खराब पड़े हैं। इनकी मरम्मत के लिए टैंडर जारी कर दिए गए हैं।
पाइप लाइन में हो रहे लीकेज सही करवाने के लिए भी टैंडर जारी किए गए हैं। आगामी बारिश के मौसम में पानी निकासी की कोईसमस्या नहीं रहेगी।