कानूता सीएचसी 17 वें से नौवें स्थान पर पहुंची
जिले में कानूता व सांडवा सीएचीस ने इस साल भी अपने आप को पुरस्कार की दौड़ में बनाए रखा। लेकिन सांडवा सीएचसी जो पिछले साल तीसरे स्थान पर थी वह इस बार 13वें स्थान पर चली गई। वहीं कानूता सीएचसी जो पिछले साल 17वें स्थान पर थी वह इस बार नौवें स्थान पर आ गई। इसके अलावा घांघू व साहवा सीएचस भी पुरस्कार की दौड़ में शामिल हो गई। इन चारों सीएचसी को एक-एक लाख रुपए मिलेंगे।जबकि झुंझुनूं इस बार दूसरा व तीसरा तीसरा स्थान प्राप्त करने में सफल रहा। जिले में सीएचसी तारानगर, राजगढ़, सांखू, दूधवाखारा, रतननगर, पडि़हारा, राजलदेसर, बरजांगसर, जैतसीसर, सरदारशहर, बीदासर व सालासर सीएचसी प्रबंधन की लापरवाही से इन्हे 70 फीसदी भी अंक नहीं मिले।
आदर्श पीएचसी में चंगोई जिले में प्रथम जिले में तारानगर की चंगोई आदर्श पीएचसी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। चंगोई को कायाकल्प पुरस्कार के तहत दो लाख रुपए दिए जाएंगे। दाउदसर, सात्यूं व घणाऊ को 50-50 हजार रुपए मिलेंगे। वहीं आदर्श पीएचसी खींवासर, भालेरी, शिमला, बड़ाबर, चाड़वास, पहाड़सर, लाछड़सर, बाघसरा आथूणा, जोगलिया, बायं पीएचसी को स्टाफ की लापरवाही के कारण 70 प्रतिशत अंक भी नहीं मिले।
कानूता 09 88.00 17वां
साहवा 10 86.60 बाहर
सांडवा 13 86.20 तीसरा
घांघू 14 85.80 बाहर इन पीएचसी को 80 प्रतिशत से अधिक अंक
आदर्श पीएचसी प्रतिशत
चंगोई 91.67
दाउदसर 90.33
सात्यूं 86.33
घणाऊ 85.00 ”इस साल जिले में चिकित्सा संस्थान कायाकल्प पुरस्कार के लिए उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। लेकिन फिर भी चार सीएचसी ने प्रदेश में 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किया है। इस वर्ष और मेहनत कर प्रथम तीन स्थानों पर आने का प्रयास करेंगे।”
डा. सुनील जांदू, नोडल अधिकारी, कार्याकल्प कार्यक्रम, चूरू