कांग्रेस प्रत्याशी को जाट मतों के ध्रुवीकरण का भरोसा है और इस मुद्दे को भुनाने में वे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, जबकि भाजपा प्रत्याशी हालांकि इस चुनाव में एकदम नए है, लेकिन इस ध्रुवीकरण को रोकने में जी जान से जुटे हैं। देश-प्रदेश में चर्चा का विषय बने चूरू लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं का मानस टटोलने मैं श्रीगंगानगर से सीधा सरदारशहर पहुंचा। यहां बाईपास चौराहे पर मिले ओमप्रकाश खेजड़ा कहने लगे कि इस बार चुनाव उलटफेर वाला व रोचक होगा। नेताओं के साथ जो दिखाई दे रहे हैं वो हकीकत में साथ नहीं है।
सरदारशहर का शहरी मतदाता विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ था, लेकिन इस चुनाव में उसका साथ देना मुश्किल है। सरदारशहर से मैंने तारानगर विधानसभा मुख्यालय की ओर रुख किया। यह वही विधानसभा क्षेत्र है, जिसकी वजह से चूरू लोकसभा क्षेत्र के मौजूदा सियासी घमासान की पटकथा लिखी गई है। कस्बे में घुसते ही कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां एवं तारानगर विधायक नरेन्द्र बुडानिया का नामांकन भरने संबंधी बड़ा सा होर्डिंग नजर आता है। बस यही इकलौता होर्डिंग दिखाई दिया जिसमें कस्वां के साथ दूसरे नेता की फोटो लगी है, अन्यथा अधिकतर जगह पोस्टर एवं बैनर में इकलौते राहुल ही नजर आते हैं जबकि भाजपा के होर्डिंग्स में मोदी का चेहरा है।
राहुल का काका पर वार और कार्यकाल का गुणगान
कांग्रेस के राहुल कस्वां प्रचार के दौरान मोदी या भाजपा की बुराई नहीं करते। वो राहुल गांधी और सोनिया गांधी का भी जिक्र नहीं कर रहे। उनका पूरा फोकस काका मतलब राजेन्द्र राठौड़ पर है। प्रत्येक सभा में वे काका पर टिकट कटवाने का दोष मढ़ रहे हैं। कहते हैं कि उन्होंने दस साल और उनके परिवार ने 33 साल पार्टी व क्षेत्र की सेवा की है।
देवेन्द्र का क्षेत्र के विकास का वादा
भाजपा के देवेन्द्र झाझड़िया जनसंपर्क के दौरान क्षेत्र में बिना भेदभाव के विकास करवाने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री ने उनको खुद बुलाकर टिकट दी है। वो मतदाताओं को समझाते हैं कि टिकट काटी नहीं बदली गई है। देवेन्द्र का प्रमुख मुद्दा हर घर और खेत में पानी है।
औरों ने तो बगावत कर पार्टी नहीं बदली
तारानगर बस स्टैंड पर चाय की दुकान पर मिले योगेश शर्मा एवं कैलाश सिंह ने बताया कि इस बार भाजपा ने देश-प्रदेश में सौ के करीब टिकट बदले हैं। अन्य किसी ने तो बगावत नहीं की। लंबे समय से पार्टी में रहकर राहुल का टिकट के लिए पार्टी छोड़ना उचित नहीं है। चूरू में मिले होटल कर्मचारी काकलासर गांव के उम्मेदसिंह ने बताया कि नोहर-भादरा क्षेत्र में जो बढ़त हासिल करेगा वही फायदे में रहेगा।