लोगों ने बताई परेशानी
&चूरू रेलवे स्टेशन से रोजाना करीब 56 यात्री व गुड्स टे्रनें गुजरती हैं। रेल फाटक अधिकतम 15 मिनिट के लिए बंद किए जाते हैं। वर्तमान में शहर के मध्य 3 रेल फाटक हैं, फाटक संख्या 167 ए,अग्रसेन नगर, 165ए ओम कॉलोनी व 165 विशेष बिसाउ रोड़ हैं।
एसके माथुर, स्टेशन अधीक्षक, चूरू
&शहर में जाने के लिए सोचना पड़ता है कि फाटक बंद मिलेगा या खुला। इमरजेंसी में बहुत दिक्कत हो जाती है। आरओबी के क्षतिग्रस्त होने के बाद ट्रेफि क को अग्रसेन नगर से डायवर्ट करने के कारण अब बच्चों के घर से बाहर जाने पर भय रहता है। हमेशा हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
रेखा शर्मा, चूरू
&अग्रसेन नगर, ओम कॉलोनी व रेलवे कॉलोनी को मिलाकर करीब 10 हजार की आबादी रेलवे लाइन के इस पार बस्ती है। इसके अलावा ऊंटवालिया, रामसरा, खासोली, बिसाऊ सहित करीब एक दर्जन गांव का रास्ता इधर से गुजरता है। रेल फाटक के बंद होने का कोई निश्चित समय नहीं है। कभी – कभी तो आधे से पौन घंटे तक बंद रहते हैं।
महेश कुमार गोदारा, चूरू
&अग्रसेन नगर की सड़कें इस क्षमता की नहीं हैं कि भारी वाहनों को इन पर से गुजारा जा सके। आरओबी क्षतिग्रस्त होने के बाद में पिछले 3 सालों से ट्रेफिक इधर से डायवर्ट किया गया है। इस वजह से मेन रोड़ पर लगे खंभे क्षतिग्रस्त हो गए। सर्किल की बाउंड्री टूट गई यहां का व्यापार डिस्टर्ब हो गया।
रवि ग्वालानी, चूरू
&आरओबी के लिए पीएम पोर्टल पर 4 माह पूर्व शिकायत डाली थी, अभी तक कोई कार्रवाईनहीं हुई। कॉलोनी से हैवी वाहनों को आवागमन पर रोक लगाने की मांग कईबार कर चुके कोई सुनवाईनहीं हुई। हमनें 6 8 दिन धरना भी दिया, सभी जिम्मेदारों को गुहार लगा चुके हैं, स्थिति जस की तस है। राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
डॉ. रविकांत शर्मा, चूरू