इस साल की सबसे बड़ी परीक्षा रीट 26 सितंबर को आयोजित की जाएगी। ऐसे में दूसरे जिलों से आने वाले हजारों की संख्या के अभ्यर्थियों के लिए ठहरने का संकट खड़ा हो गया है।
चुरू•Sep 19, 2021 / 12:30 pm•
Madhusudan Sharma
रीट परीक्षा: होटलों की क्षमता नाकाफी, परीक्षार्थी 35 हजार
चूरू. इस साल की सबसे बड़ी परीक्षा रीट 26 सितंबर को आयोजित की जाएगी। ऐसे में दूसरे जिलों से आने वाले हजारों की संख्या के अभ्यर्थियों के लिए ठहरने का संकट खड़ा हो गया है। इस परीक्षा में महिला व दिव्यांग अभ्यर्थियों को छोड़ दें तो प्रदेश के दूसरे जिलों से लोग आएंगे। लेकिन जिले में इतनी संख्या में आने वाले अभ्यर्थियों के सामने ठहरने का संकट खड़ा हो गया है। यही नहीं अभ्यर्थियों और परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई है।उदाहरण के तौर चूरू जिले की बात करें तो यहां सौ से ज्यादा होटल हो सकते हैं। लेकिन ठहरने की सुविधा की बात करें तो करीब पांच सौ कमरे हो सकते हैं, लेकिन परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बहुत ज्यादा है।जबकि जिले में रीट की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की लेवल प्रथम के 28 हजार 600 और लेवल द्वितीय के 35256 अभ्यर्थी हैं। जिनकी दो पारियों में परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। कमोबेश यही स्थिति प्रदेश के अन्य जिलों की भी रहेगी। जहां भी ठहरने की उपयुक्त व्यवस्था नहीं है। एक अनुमान के मुताबिक जिले के होटलों में दो हजार से ज्यादा लोग नहीं ठहर सकते, क्योंकि होटलों के कमरों की क्षमता इससे कम है। चूरू जिले में परीक्षा देने के लिए आने वाले जिलों में सर्वाधिक जोधपुर, नागौर, जयपुर के परीक्षार्थी हैं। इसके अलावा प्रदेश के अनेक जिलों से भी अभ्यर्थी परीक्षा देने आएंगे।
इसलिए जिले किए परिवर्तित
जानकारी के मुताबिक परीक्षा मेंं चल रही गड़बडिय़ों को ध्यान में रखते हुए इस बार परीक्षार्थियों के जिले बदले गए हैं। ऐसा परीक्षा में नकल रोकने के लिए किया गया है। इस कारण अभ्यर्थियों को परस्पर जिलों में भेजा जा रहा है। ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाईश ना रहे।
107 केन्द्रों पर होगी परीक्षा
रीट परीक्षा जिले के 107 केन्द्रों पर होगी। दो पारियों में परीक्षा होगी। पहली पारी की परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे तक और दूसरी पारी की परीक्षा इसी दिन दोपहर 2.30 बजे से पांच बजे तक होगी। प्रथम पारी में लेवल-2 के लिए 35256 और दूसरी पारी में लेवल-1 के लिए 28600 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठेंगे।
यहां के पुरुष अभ्यर्थी जाएंगे बाहर
जानकारी के अनुसार रीट परीक्षा में महिलाओं और विकलांगों का सेंटर गृह जिले में ही रखा गया है। केवल तहसील बदली है। इसके अलावा पुरुष अभ्यर्थियों को बाहर जाना पड़ेगा। चूरू जिले के सर्वाधिक पुरुष अभ्यर्थी जयपुर, फिर सीकर और झुंझुनूं में जाएंगे।
हर दस मिनट में रोडवेज चलानी होगी
परीक्षा को लेकर आज वीसी हुई। जिसमें समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में सरदारशहर व चूरू डिपो मैनेजर को हर दस मिनट में बस चलाने के निर्देश दिए गए। रेलवे स्टेशन अधीक्षक को जोधपुर से आने वाले बच्चों के लिए यातायात की व्यवस्था करने, इंदिरा रसोई में खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती
रीट परीक्षा में हजारों की संख्या में परीक्षा देने के लिए आने वाले अभ्यर्थियों की व्यवस्था करना बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। इसके लिए फिलहाल किसी प्रकार की तैयारी नहीं की गई है। इतने लोगों के लिए छत की व्यवस्था कैसे की जाएगी। इसकी अभी तक कोई कार्य योजना भी प्रशासन की ओर से तैयार नहीं की गई है। ऐन वक्त पर बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन को शहर के सामाजिक सगठनों, संस्थाओं, धर्मशाला संचालकों से बात कर इस पर विचार किया जा सकता है ताकि आने वाले अभ्यर्थियों को ठहरने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। यदि सामाजिक संस्थाएं, संगठन मिलकर रियायती दर पर ठहरने की व्यवस्था करते हैं तो अभ्यर्थियों को सुकून मिलेगा और व्यवस्थाएं भी बेहतर रहेंगी। नहीं तो इन विद्यार्थियों को परीक्षा से पहल कठिन परीक्षा के दौर से नहीं गुजरना पड़ेगा।