अक्सर सड़क पर बीमार या घायल गोवंश को देखकर लोग थोडी देर रूककर दया दिखाने के बाद चले जाते हैं। उपचार के अभाव में गोवंश काल का ग्रास बन जाते हैं।
चुरू•Nov 22, 2020 / 03:02 pm•
Madhusudan Sharma
अब तक सात हजार बीमार गोवंश को कर चुके है स्वस्थ
चूरू. अक्सर सड़क पर बीमार या घायल गोवंश को देखकर लोग थोडी देर रूककर दया दिखाने के बाद चले जाते हैं। उपचार के अभाव में गोवंश काल का ग्रास बन जाते हैं। लेकिन कुछ युवाओं की टीम ने इस दर्द को समझा व सार-संभाल की ठानी। मेहनत का नतीजा है कि हनुमानगढ़ी गो सेवा धाम कार्यकर्ता पांच साल के दौरान करीब सात हजार बीमार व दिव्यांग गोवंश का इलाज कर स्वस्थ कर चुके हैं। समिति के अध्यक्ष किशोर सैनी ने बताया कि पांच साल पहले सड़क पर घायल गोवंश का इलाज करने टीम के साथ पहुंचते थे। लेकिन इलाज के बाद उन्हें गोशाला में छोडऩे में काफी मुश्किल हो रही थी। इसकों ध्यान में रखते हुए उन्होंने छोटे से स्थान पर पहले इलाज करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि पहले टीम के सदस्यों ने रुपए जमा किए, लेकिन धीरे-धीरे दानदाताओं का सहयोग मिलना शुरू हो गया है। ऐसे में धाम का विस्तार करने सहित सुविधाओं को भी बढ़ाया। फिलहाल यहां 270 बीमार गोवंश है, जिनका उपचार किया जा रहा है, टीम के सदस्यों सहित 13 लोग इसमें स्थाई तौर पर दिनरात सेवा में जुटे हुए है। गायों के उपचार के लिए आईसीयू भी बना रखा है। उपचार स्थल पर केवल सड़क पर घूमने वाले बेसहारा घायल पशुओं का ही उपचार किया जाता है।
हाईड्रोलिक पिकअप
उन्होंने बताया कि शुरू में बेसहारा को धाम तक लाने में दिक्कत होती थी। एक बार सोशल मीडिया पर वीडियो देखा जिसमें हाइड्रोलिक मशीन से गोवंश को ले जाते दिखाया गया। इस पर धाम में भी ऐसी ही मशीन मंगाई गई। अब केवल दो व्यक्ति घायल गोवंश को आसानी से लेकर आ जाते हैं, इससे समय व श्रम शक्ति भी बची है। समिति के कार्यकर्ताओं ने बताया कि सरकार से अनुदान मिले तो व्यवस्थाओं में और अधिक सुधार हो सकता है।
एक रोटी, एक रुपया अभियान
समिति सदस्यों ने बताया कि सेवा कार्य से आमजन को जोडऩे के लिए एक रोटी, एक रुपया अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए शहर में तीन रिक्शा भी लगा रखें है। उन्होंने बताया कि आमजन के सहयोग से मिलने वाली राशि को गोसेवा में खर्च किया जाता है। शहर में आमजन को बीमार गोवंश की सूचना देने के लिए नंबर भी जारी किए हुए हैं। सदस्यों ने बताया कि स्थायी तौर पर दिव्यांग हो चुके गोवंश के रहवास के लिए अलग रहवास तैयार किया हुआ है।
गंगा है पुरानी गाय
कार्यकर्ताओं ने बताया कि धाम में सबसे पुरानी गाय गंगा है, गोपाष्टमी पर जनप्रतिनिधि सहित आमजन दर्शन करने के लिए आते हैं। उन्होंने बताया गाय गंगा जन्मजात नेत्रहीन है। वे इसे श्योपुरा बालाजी मंदिर के पास से लेकर पहुंचे थे।
प्रचार में झोंकी ताकत
चूरू. सालासर में प्रत्याशियों व नेताओं ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। नेता व कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं को लुभा रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के समर्थकों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए पार्टी के प्रत्याशियो को विजयी बनाने की अपील की। इस दौरान राकेश ढाका, मनोज भानेज, मांगीलाल पुजारी, धर्मवीर पुजारी हीरालाल पुजारी, घनश्याम छब्बरवाल आदि प्रचार प्रचार में जुटे हुए हैं।