ग्रामीण मेघराज चोटिया ने बताया कि चार दशक पहले बने राजकीय आयुर्वेद औषधालय भवन एकदम जर्जर हो चुका है। जो बारिश के समय गिरकर बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है। प्रशासन को इस समस्या का शीघ्र निराकरण करना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुनलाल शर्मा ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग इस भवन को गिराने की स्वीकृति दे चुका है। इसलिए कोई हादसा हो इससे पहले प्रशासन को राजकीय आयुर्वेद औषधालय के लिए भवन की व्यवस्था करनी चाहिए।
सरपंच द्वारकाप्रसाद कठोतिया ने बताया कि प्रशासन को बार बार अवगत कराने के बाद सानिवि. ने इस भवन को गिराने की स्वीकृति दी। वर्तमान में इस भवन की हालत ठीक नहीं है यह गंभीर समस्या है। प्रशासन को नए भवन की व्यवस्था करनी चाहिए। अगर लापरवाही बरती जाती है तो भविष्य में कोई भी हादसा हो सकता है।