scriptवक्ता बोले, हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान सदैव | women Empowerment Seminar in ratangarh | Patrika News
चुरू

वक्ता बोले, हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान सदैव

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को महिला जागृति एवं सशक्तिकरण विषयक गोष्ठी हुई।

चुरूMar 09, 2018 / 11:07 pm

Madhusudan Sharma

churu news
रतनगढ़. अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को महिला जागृति एवं सशक्तिकरण विषयक गोष्ठी हुई। जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मण्डल के सभा भवन में अणुव्रत समिति के संरक्षक वैद्य बालकृष्ण गोस्वामी ने कहा कि हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान सदैव से रहा है। रामचरितमानस में प्रथम पूजनीय एवं वंदनीय मां सरस्वती को बताया गया है। तेरापंथी जैन समाज की महिलाएं समाजसेवा एवं महिला सशक्तिकरण के लिए अच्छा कार्य कर रही हैं। भगवानदास सोनी ने कहा कि हमारे शास्त्रों के अनुसार माता को प्रथम गुरु कहा गया है। अत: नारी शक्ति के विकास में पुरुष उपयुक्त सम्मान एवं सहयोग दे। सरला बैद, ओमप्रकाश इन्दौरिया ने भी विचार व्यक्त किए। महिला मण्डल की मन्त्री संतोष आंचलिया को अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल, लाडनूं की ओर से उनकी विशिष्ट सामाजिक एवं सांस्कृतिक सेवाओं के लिए सम्मान पत्र भेंट किया गया। इस अवसर पर महिला मण्डल की सदस्यों ने गीतिका प्रस्तुत की। इस मौके पर शान्तिदेवी दूगड़, सुल्तानी देवी भटेरा, सरला बैद, लीला बैद, सुमन कुण्डलिया, ममता बैद, अलका बोथरा, अनिता बैद, सुनीता बोथरा, पाना बैद, पूजा हींगड़, कमला हीरावत आदि उपस्थित थे।
नकारात्मक दृष्टिकोण चिंताजनक
सादुलपुर. साहित्य समिति एवं ब्रह्माकुमारीज के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार शाम ब्रह्माकुमारी आश्रम में कार्यक्रम आयोजित किया गया। दीप प्रज्वलन और अनुष्का के स्वागत गीत से शुरू हुए कार्यक्रम में डा.सतबाला रोहिला ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां दी। डा.कांता शर्मा ने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। अंतरराष्ट्रीय गायिका मनीषा शांडिल्य ने वर्तमान समय में महिलाओं के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण को चिंताजनक बताया। कार्यक्रम में हाल ही में आरएएस मेंचयनित अल्का शर्मा एसीटीओ चूरू एवं कुटेन्द्र राठौड़ को श्रीफल, प्रतीक-चिह्न एवं साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया। अल्का शर्मा ने स्वयं महिला को दृढ़ निश्चयी बनने पर जोर दिया। ब्रह्माकुमारी शोभा ***** ने महिला को स्वयं में मजबूत बनाने के लिए मानसिक दृढ़ता के साथ अध्यात्मिक रूप से सकारात्मक चिंतन पर बल दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष सावित्री शर्मा ने आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता जताई। कुटेन्द्र राठौड़, पुरुषोत्तमदेव पांडिया ने विचार व्यक्त किए। प्रतापसिंह कस्वा ने आभार जताया। बालक युवराज राठौड़ ने कविता सुनाई। यशोदा सिवाच, शकुंतला शर्मा, लाजवंती घोटड़, सरोज शर्मा, किरण भदौरिया ने अतिथियों का अभिनंदन किया। समिति अध्यक्ष डा.रामकुमार घोटड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन समिति के मंत्री अनिल शास्त्री ने किया।
नारी सक्षम दीपशिखा
राजलदेसर. आचार्य महाश्रमण की शिष्या साध्वी बसंतप्रभा ने कहा कि सृष्टि का जीवंत कमनीय कृति का नाम नारी है। नारी एक सक्षम दीपशिखा है, जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रज्वलित करती है। साध्वी गुरुवार शाम वृद्ध साध्वी सेवा केन्द्र में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने आह्वान किया कि संतान को अच्छे संस्कार प्रदान करने वाली नारी समाज व राष्ट्र की सेवा करे। साध्वी संकल्पश्री, साध्वी कल्पमाला ने भी विचार व्यक्त किए। धर्म संघ व समाज की सेवा करने पर रायकुमारी चिण्डालिया का महिला मंडल की ओर से अभिनंदन किया गया। इस मौके पर सविता बच्छावत, झणकार दुधेडिय़ा, ममता ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। संचालन साध्वी रोहितयशा ने किया।

Home / Churu / वक्ता बोले, हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान सदैव

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो