राजस्थान पुलिस के बीते दो साल के आकड़े ही Rajgarh की भयावह तस्वीर बयां कर रहे हैं। 2 लाख 20 हजार 177 हैक्टेयर में फैले राजगढ़ उपखण्ड के राजगढ़, हमीरवास और सिधमुख पुलिस थाना इलाके में महज दो साल में पुलिस ने 43 युवकों को गिरफ्तार करके इनके पास से 40 अवैध हथियार बरामद किए हैं।
यह कहना गलत नहीं होगा कि राजगढ़ के युवाओं के कदम गलत दिशा में उठ रहे हैं। पढ़-लिखकर कॅरियर बनाने की उम्र में युवा हथियार उठा रहे हैं। शादी करके घर बसाने की उम्र तक आते-आते तो कई युवकों पर पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीट खुल रही है। अपराध के चलते कई युवकों का मर्डर भी हो चुका है। ऐसे में शादी के कुछ समय बाद ही कई युवतियां विधवा हो गई हैं।
Sadulpur Police
सादुलपुर थाना पुलिस ने वर्ष 2016 में 13 अवैध हथियार बरामद कर 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। वर्ष 2017 में दस आरोपितों को गिरफ्तार कर 10 अवैध हथियार बरामद किए गए। 2018 में दो अवैध हथियार एवं छह जिंदा कारतूस बरामद कर छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
Hamirwas Police
हमीरवास पुलिस ने 2016 में सात अवैध हथियार बरामद कर आठ आरोपितों तथा वर्ष 2017 में तीन अवैध हथियार बरामद कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया। 2018 में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर एक रिवॉल्वर, दोनाली बंदूक दो 12 बोर बंदूक तथा 20 जिंदा कारतूस सहित एक जीप भी बरामद की है।
Sidhmukh Police
सिधमुख पुलिस ने वर्ष 2015 में एक आरोपित को गिरफ्तार कर एक अवैध हथियार बरामद किया था। जबकि वर्ष 2016 में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर दो हथियार जब्त किए थे।
आपसी रंजिश व अवैध वसूली बड़ा कारण
जानकारों का कहना है कि आपसी रंजिश और वसूली के खेल में अपराधियों ने यहां हथियारों की बड़ी फसल बो दी है। जो यहां की कानून व्यवस्था और आम आदमी के जीवन के लिए कभी भी घातक हो सकती है। हथियार कहां से आ रहे हैं। कौन युवाओं को भ्रमित कर रहा है। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है। हथियारों सहित गिरफ्तार अनेक आरोपितों को जेल भिजवा दिया गया है। इसके बावजूद युवा सबक नहीं ले रहे हैं। यहां तक कि जेल से भी अपनी गैंग चलाने में यहां के युवा जेल सुरक्षा व्यवस्था को भी धता साबित कर चुके हैं।
हरियाणा में सक्रिय गैंग से सीधा संपर्क
यहां के जो युवा अपराध की दुनिया में जा रहा हैं उनमें से अधिकतर के हरियाणा में अपराधियों की गैंग से संपर्क है।हरियाणा में अपराधियों की करीब एक दर्जन गैंग सक्रिय हैं। आस-पास गांवों के युवाओं की रिश्तेदारियां भी हरियाणा में खूब है। आते-जाते उनके संपर्क में आने से इस काले खेल में फंसते जा रहे हैं। इसके अलावा राजस्थान में सक्रिय कुछ गैंगों से इनके संपर्क हैं। हरियाणा सीमा पर स्थित राजगढ़ के गांव गालड़, धानोठी छोटी, बड़ी, न्यांगल बड़ी, न्यांगल छोटी, खैरू बड़ी, खैरू छोटी, रामपुरा सहित लगभग एक दर्जन गांव हरियाणा सीमा जुड़े हैं जो अपराध और अपराधियों के लिए शरणस्थली बनते जा रहे हैं।
बाहर से ला रहे हथियार
पुलिस की गिरफ्त में आए कुछ आरोपितों ने बताया कि वे मध्यप्रदेश से ऑटोमैटिक हथियार लेकर आए थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से भी हथियार लाएं हैं। इन दोनों राज्यों में अवैध हथियारों का कारोबार बखूबी चल रहा है। यहां की सरकारों ने इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने में असफल रही हैं।
राजगढ़ तहसील एक नजर में
362665 आबादी वाली राजगढ़ तहसील में कुल 219 गांव हैं।यहां से एक सांसद, 56 सरपंच, पांच जिला परिषद सदस्य, 33 पंचायत समिति सदस्य व एक प्रधान हैं। 1959 से अब तक आठ प्रधान बन चुके हैं। 1962 से अब तक 12 विधायक व रामसिंह कस्वां चार बार सांसद रह चुके हैं। ऐसे में यदि उक्त सभी यदि ठान लें कि अपने-अपने गांव के युवाओं को अपराध में नहीं जाने देना है तो यह चुनौती मुश्किल नहीं होगी। लेकिन इसके लिए सभी को मजबूत इच्छाशक्ति के साथ लगना होगा और को इसके लिए सुनहरा अवसर देना होगा।
इनका कहना है…
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार अवैध हथियार पकड़ो अभियान के अन्तर्गत पुलिस विशेष टीमों का गठन कर आरोपितों की धरपकड़ कर रही है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जा रही है। यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। – सुरेशचंद्र, डीएसपी, राजगढ़ (चूरू)