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कोयंबटूर

दम्पती ने दो बेटियों के साथ की आत्मदाह की कोशिश

सुलूर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारियों में व्यस्त प्रशासन की जान सोमवार को सांसत में आ गई जब एक दम्पती ने अपनी दो बेटियाों के साथ कलक्ट्रेट के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। चारों ने अपने कपड़ों पर पेट्रोल उड़ेल लिया,लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उन्हें खुद को आग लगाने से पहले ही रोक लिया।

कोयंबटूरApr 30, 2019 / 12:56 pm

कुमार जीवेन्द्र झा

couple and children

दम्पती ने दो बेटियों के साथ की आत्मदाह की कोशिश

कोयम्बत्तूर. सुलूर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारियों में व्यस्त प्रशासन की जान सोमवार को सांसत में आ गई जब एक दम्पती ने अपनी दो बेटियाों के साथ कलक्ट्रेट के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। चारों ने अपने कपड़ों पर पेट्रोल उड़ेल लिया,लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उन्हें खुद को आग लगाने से पहले ही रोक लिया। बाद में चारों ने रोते हुए बताया कि उनके घर के पास रहने वाला एक शख्स खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए उन्हें धमकाता है। आए दिन कोई न कोई बात पर झगड़ा करता है और देख लेने की धमकी देता है। बाद में लोगों ने दम्पती को समझाया। वहां मौजूद पुलिस कर्मी उन्हें पूछताछ के लिए ले गए।
प्रत्यक्षदॢशयों के अनुसार दम्पती अपनी दो बेटियों को हर सोमवार को होने वाली जनसुनवाई में अपनी समस्या के समाधान की आस लेकर कलक्ट्रेट आया था। हालांकि अभी सुलूर में उपचुनाव के चलते जिले में आदर्श आचार संहिता लागू है। इस वजह से जन सुनवाई भी स्थगित है। लेकिन कई लोग सोमवार को आ जाते है और अधिकारी उनसे ज्ञापन ले कर समाधान के लिए आश्वस्त करते हैं।चेरन इलाके के बालाजी नगर का सेल्वराज भी समस्या बताने अपनी पत्नी व दो बेटियों को साथ लेकर आया था। उसने बताया कि पडोस में खुद को पुलिस अधिकारी बताने वाला एक शख्स रहता है। पिछले दिन सेल्वराज की बकरियां उसके घर में घुस गई थी और उसके पौधों को चर लिया था। इससे वह नाराज हो गयाष सेल्वराज ने बताया कि वह बकरियों की हरकत पर खेद जता चुका था। इसके बाद भी वह पूरे परिवार को देख लेने की धमकी दे रहा है। उसकी आए दिन की धमकी से परेशान हो कर उन्होंने कलक्ट्रेट में आत्मदाह करने का फैसला किया। पुलिस ने उससे पूछताछ की है। सेल्वराज ने सुरक्षा की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि कलक्ट्रेट परिसर में जनसुनवाई के दौरान औसतन तीन माह में एक बार कोई न कोई पीडित आत्मदाह की कोशिश करते रहे है।इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिसकर्मी न केवल अधिक सतर्क रहते है। बल्कि लोगों के सामान की जांच के बाद ही उन्हें कलक्टे्रट परिसर में प्रवेश करने दिया जाता है।
यहां तक कि कलक्ट्रेट में रेस्क्यू टीम तक तैनात रहती है। सोमवार को वाटर पम्प और एम्बुलेंस भी रखी जाती है।
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