बेंगलुरु में लगे कन्ट्रोल रूम में कम्पनी के सुरक्षा अधिकारी ने वारदात को देखा और तत्काल यहां के शो रूम के मैनेजर प्रताप को खबर की। उसने पुलिस को बताया, लेकिन तब तक चोर गिरोह अपना काम करके भाग चुका था। पुलिस अधीक्षक दीक्षा मित्तल के आदेश पर गिरोह को पकडऩे के लिए एक टीम का गठन किया गया। सबसे पहले सर्विलांस कैमरे की फुटेज को खंगाला। इसके साथ ही नाकाबंदी कड़ी कर दी गई।पनापलयम में वाहनों की जांच के दौरान पुलिसकर्मियों को एक युवक के हावभाव देख कर संदेह हुआ। उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया।
युवक की पहचान मुबारक अली (27) के रूप में हुई। यहा तुडिय़ालूर का रहने वाला है। पता लगा कि वह शातिर चोर है और गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफकोयम्बत्तूर व तिरुपुर जिले के विभिन्न थानों में २८ मामले दर्ज है। कड़ी पूछताछ में उसने मान लिया कि संगीता मोबाइल्स में चोरी की वारदात भी उसी के गिरोह का काम है। उसकी निशानदेही पर सात लाख के 27 सेल फोन जब्त किए है। बताया गया कि गिरोह महंगे मोबाइल ही चुराता है। उसके गिरोह के दूसरे बदमाशों की तलाश की जा रही है।