एनआईए कोच्चि की टीम सुबह साढ़े पांच बजे ही उक्कडम, पोदनूर, कुनियामुथुर व अबूनगर में सर्च वारंट लेकर अजरुद्दीन, सद्दाम, अकरम जिंदा और अबू बकर के मकानों पर पहुंच गई। साथ में सर्च वारंट थे।
इनका सहायता के लिए तमिलनाडु पुलिस के जवान और सात पुलिस उप अधीक्षक थे। सुबह -सुबह ही उक्कडम, पोदनूर, कुनियामुथुर न अबूनगर में पुलिसबल को देख कर लोग चौंके , लेकिन वे मकानों के अंदर व दूर से ही कार्रवाई को देखते रहे। पूरे दिन इन इलाकों में लोगों के बीच चर्चा का विषय एनआईए का तलाशी अभियान रहा। कई अभिभावकों ने चिन्ता जताते हुए कहा कि हमें बच्चों पर निगाह रखनी होगी। वे अनजाने में सोशल मीडिया पर कई संदिग्ध संगठनों के सम्पर्क में आ कर फंस सकते हैं।इसलिए अंकुश रखना होगा।उल्लेखनीय है कि पिछले साल १९ दिसम्बर को एनआईए ने उक्कडम व कुनियामुथुर इलाके में संदेह होने पर तीन मकानों की तलाशी ली थी।दरअसल पिछले साल दो सितम्बर को गणेश चतुर्थी से पहले कुछ नेताओं की हत्या की साजिश का भण्डाफोड़ हुआ था। स्पेशल इनवेस्टिगेशन यूनिट व आई बी की टीम ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से सात लोगों को पकडा था। इनमें कोयम्बत्तूर के फैजल और अनवर भी शामिल थे। जांच में यह भी पता लगा था कि इनके आईएसआईएस के साथ संबंध हैं। इसी तरह वर्ष २०१७ में कोयम्बत्तूर में हिन्दू मुन्नानी नेता शशिकुमार की हत्या के मामले में नेशनल एनवेस्टीगेशन एजेन्सी ( एनआईए) ने चार लोगो को पकड़ा था। इसके बाद भी शहर में भाजपा नेताओं के प्रतिष्ठानों, घरों व कार्यालय पर बम फेंकने , आग लगाने , धमकाने की घटनाएं होती रही।