लॉकडाउन के लिए जनता मानसिक रूप से तैयार
लॉकडाउन के लिए जनता मानसिक रूप से तैयार
लॉकडाउन के लिए जनता मानसिक रूप से तैयार
जनता कफ्र्यू के बाद जन-जीवन अब भी प्रभावित कोरोना वायरस के चलते शहर में आमजन जीवन लगातार प्रभावित होता जा रहा है। रविवार को जनता कफ्र्यू के बाद सोमवार को भी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले। रेस्टोरेंट व स्ट्रीट फूड उपलब्ध नहीं होने से लोगों को खाने पीने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
शहर के डीबी रोड, मेट्टूपालयम रोड, आरएपुरम सहित अन्य कई इलाकों में नाश्ते चाय व थडिय़ां तथा कुछ बड़े रेस्टोरेंट भी नहीं खुले। इससे रोजाना बाहर भोजन करने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
आने वाले दिनों में बढ़ सकती है परेशानी
आने वाले सात दिनों में यह परेशानियां बढ़ सकती है। प्रशासन निरंतर आमजन को घरों पर ही रहने को चेता रहा है। रेल व बस परिवहन बंद है जिससे लोगों की आवाजाही कम हो गई है। रेस्टोरेंट संचालकों का कहना है कि आम ग्राहकी के हिसाब से सुबह से ही खाद्य सामग्री, सब्जी आदि का स्टॉक करने के बाद तैयारी करनी पड़ती है जो देर रात तक के लिए होती है। ग्राहकी कम होने से माल बचेगा जिसे फेंकना पड़ेगा ऐसी स्थिति में रेस्टोरेंट को बंद करना ही मुनासिब है। क ई रेस्टोरेंट संचालकों ने शाम को कुछ समय के लिए खोले।
ऑटो रिक्शा चालकों व कार टैक्सी का कामकाज भी ठप
लोगों की कम आवाजाही के कारण ऑटो रिक्शा चालक व लोकल टैक्सी, ऑनलाइन टैक्सी आदि सभी क्षेत्रों में व्यापार प्रभावित हुआ है। ऑटो चालकों को सवारियां पूरे दिन में इक्का दुक्का ही मिल पा रही है। आने वाले सप्ताह भी यही हालात रहने की उम्मीद है।
प्रोविजन स्टोर, दवाई व सब्जी की दुकानें खुलेंगी
३१ मार्च तक रेल व बसों के पहिए पहले ही थम चुके हैं लेकिन लॉक डाउन की अवधि आगे बढऩे पर रोजमर्रा की चीजों की कमी आ सकती है हालांकि प्रशासन ने प्रोविजन स्टोर, दवाईयां, सब्जी, दूध आदि की बिक्री पर छूट रखी है। इसके लिए अवधि निर्धारित की जा सकती है लेकिन आमजन को रोजमर्रा की चीजों के लिए कोई स्टॉक आदि नहीं रखने की जरुरत है।