सफलता का श्रेय धोनी को दिया
चहल अपनी सफलता का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी को देते हैं। वह कहते हैं कि माही भाई (धोनी) ने उनकी काफी मदद की है। वह बताते हैं कि विकेट किस तरह से खेलेगी। इससे हमें पता चल जाता है कि उन्हें किस तरह की गेंदबाजी करनी है। इस बात को पता करने में हमारा समय बर्बाद नहीं होता। उनके और कुलदीप दोनों के लिए यह बड़ा प्लस प्वांइट है। मैच के दौरान यह अक्सर देखा जाता है कि धोनी चहल और कुलदीप को बताते रहते हैं कि गेंद फेंकनी चाहिए।
रोहित और विराट की भी तारीफ की
चहल धोनी के अलावा टीम के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा की भी तारीफ करना नहीं भूलते। वह कहते हैं कि विराट और रोहित भी उनकी मदद करते हैं। उनके हिसाब से तो टीम में हर कोई अपना कप्तान है और एक दूसरे की मदद करता है। उनके और कुलदीप के लिए यह अच्छा है कि जब वह ड्रेसिंग रूम में आए वहां पहले से इतने अनुभवी खिलाड़ी मौजूद थे और हैं।
कहा- जान गए हैं वैरिएशन का इस्तेमाल
पहले से बेहतर गेंदबाज होने के सवाल पर 28 साल के चहल ने कहा कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी में कोई बदलाव नहीं किया है। वह अब भी वही कर रहे हैं, जो वर्षों से करते आ रहे हैं। अपनी गेंदबाजी में भी ज्यादा बदलाव नहीं किया हैं। उनके वैरिएशन भी वही हैं, लेकिन अब उनका इस्तेमाल करने के मामले में और परिपक्व हो गए हैं।
बल्लेबाजी सुधारने पर भी कर रहे हैं काम
चहल ने यह भी कहा कि वह खेल के अन्य पहलुओं पर भी काम कर रहे हैं। वह अब क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा लगता है कि आपको अपने खेल में कुछ न कुछ शामिल करते रहना चाहिए और वह इसी कोशिश में हैं।
विश्व कप में निभा सकते हैं अहम भूमिका
युजवेंद्र चहल भारत की 15 सदस्यीय विश्व कप टीम में शामिल हैं। उम्मीद है कि 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में शुरू हो रहे क्रिकेट विश्व कप में भारत की सफलता में स्पिन गेंदबाजों अहम भूमिका रहेगी। इसकी वजह यह है कि टूर्नामेंट के दूसरे हाफ में गर्मी के कारण विकेट सूख जाएंगे और विकेट स्पिनरों के लिए मददगार साबित होंगे। ऐसे में विशेषज्ञ स्पिनर के तौर टीम में शामिल युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा की अहम भूमिका हो सकती है।