कैरी ने इस बारे में कहा, “मैं उन लोगों का समर्थन के लिए शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरा नाम आगे किया, लेकिन मैंने अपने खिलाड़ी के तौर पर किए गए सफर में यह पाया है कि जब तक आपका नाम टीम में न आए तब तक कुछ भी हो सकता है।”
उन्होंने कहा, “मैंने टेस्ट क्रिकेट खेलने को सपने के तौर पर देखा है। मैं खेल भी इसलिए रहा हूं कि मैं सुधार कर सकूं और ऑस्ट्रेलिया तथा दुनिया का नंबर-1 विकेटकीपर बन सकूं। लेकिन जब तक यह नहीं होता, चीजें काफी जल्दी बदल सकती हैं।”
कैरी ऑस्ट्रेलिया की वनडे और टी-20 टीम के उप-कप्तान हैं और टीम के मध्य क्रम में बड़ा योगदान निभाते हैं। कैरी कहते हैं कि वह अपनी टीम के लिए वही फिनिशर का काम करना चाहते हैं जो महेंद्र सिंह धोनी भारत और जोस बटलर इंग्लैंड के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मध्य क्रम में मैं काफी कुछ सीख रहा हूं। इसलिए मैं अपने खेल को और बेहतर करना चाहता, ऑस्ट्रेलिया के लिए मैच खत्म करना चाहता हूं, उसी तरह जैसे धोनी और बटलर अपनी टीमों के लिए करते आ रहे हैं।”