BCCI के अधिकारी ने दी जानकारी-
BCCI के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं किए जानें की शर्त पर पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि “भारतीय टीम इस बात को नहीं कह सकती को उनको तैयारी करने का अधिक समय नहीं मिला था। जब हमने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज गंवाई थी, तब खिलाड़ियों ने टाइट शेड्यूल और प्रैक्टिस मैचों की कमी को हार का कारण बताया था। उनसे बात करने के बाद ही हमने टेस्ट मैचों से पहले ODI और T20 सीरीज कराने का निर्णय लिया था।
सब किया पर रिजल्ट नहीं मिला-
BCCI अधिकारी ने आगे बातचीत करते हुए बताया कि “हमने वाइट गेंद के मैचों का आयोजन पहले करवाया। सीनियर टीम के कहने पर ही हमने सीमित ओवरों की सीरीज के साथ इंडिया ‘ए’ का शैडो टूर करवाया। दो सीनियर भारतीय खिलाड़ियों(मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे) को इस ‘ए’ टीम में जगह भी दी गई। जो भी उनकी जरुरत थी उनको पूरा किया गया। अब अगर प्रदर्शन नहीं अच्छा होगा तो BCCI को यह हक है कि वह सवाल पूछ सके।”
इनकी हो सकती है छुट्टी-
उन्होंने आगे बताया कि “यह मत भूलिए कि शास्त्री और इसी सपोर्ट स्टाफ के अंदर ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 2014-15 में, साउथ अफ्रीका में 2017-18 में सीरीज गंवाई थी। अब इंग्लैंड में भी हालत खराब है।” आपको बता दें कि डंकन फ्लेचर जब कोच थे तब BCCI ने इंग्लैंड में सीरीज 3-1 से गवाने पर गेंदबाजी कोच और फील्डिंग कोच को हटा दिया था। शास्त्री टीम के डायरेक्टर बनाए गए थे और ODI सीरीज से पहले संजय बांगर, आर श्रीधर और भरत अरुण को सपोर्ट स्टाफ में जगह मिली थी। इस वक्त संजय बांगर बल्लेबाजी कोच हैं, श्रीधर फिएल्डिन और भरत अरुण गेंदबाजी कोच। अगर भरत अगला मैच हारता है तो इन तीनों के साथ-साथ कोहली और शास्त्री पर भी BCCI कड़ा कदम उठा सकती है।