आर्थर ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे कार्यकाल में मुझे जो निराशा है वो यह है कि मैंने जिन लोगों पर भरोसा किया, उन्होंने ही मेरा साथ नहीं दिया। मैं शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की बात नहीं कर रहा हूं बल्कि उनकी कर रहा हूं जो क्रिकेट समिति में शामिल थे, जिन पर मुझे भरोसा था, जिन्होंने कहा कुछ और, किया कुछ और। यह मेरे लिए निराशाजनक था।”
आर्थर ने कहा कि उन्होंने समिति के सामने मिस्बाह और वसीम अकरम के नाम की सिफारिश की थी। पूर्व कोच ने कहा, “मैंने कहा था कि मिस्बाह बेहतरीन साबित होंगे क्योंकि वह पाकिस्तान क्रिकेट के गॉडफादर हैं। मिस्बाह शानदार हैं, मैंने कहा था और साथ ही मैंने वसीम अकरम का नाम भी लिया था क्योंकि मुझे लगता है कि वसीम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अच्छी तरह समझते हैं।”