खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करेगा संघ
बीसीसीआई के एक सीनियर ऑफिसर ने जानकारी दी कि इसे लेकर काफी दिनों से बातचीत चल रही थी और चीजें प्रक्रिया में थी। अब लगभग सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है और उम्मीद है कि अगले महीने तक यह अपना काम करने लगेगा। यह संघ भारतीय खिलाड़ियों के हितों और उनके अधिकारों की रक्षा करेगा। बता दें कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों में खिलाड़ियों के संघ के गठन की बात भी शामिल थी। अधिकारी ने बताया कि यह तय किया गया है कि बीसीसीआई की अगली एजीएम से पहले खिलाड़ियों की संघ अस्तित्व में आ जाना चाहिए। यह एक उपसमिति की तरह का होगा।
संघ बनाने के सारे फैसले स्टेयरिंग कमिटी लेगी
अधिकारी ने जानकारी दी कि खिलाड़ियों का संघ को बनाने संबंधी सारे फैसले स्टेयरिंग कमेटी लेगी। इस कमिटी में पूर्व भारतीय आलराउंडर और कप्तान कपिल देव, पूर्व विकेट कीपर भरत रेड्डी, पूर्व सलामी बल्लेबाज अंशुमान गायकवाड़ और भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी शामिल होंगी।
कुछ ऐसी होगी रूपरेखा
अधिकारी ने बताया कि कार्यकारी समिति में कितने खिलाड़ी होंगे और उनका काम क्या होगा, इस पर फैसला चार सदस्यीय समिति लेगी। इसके संयोजक जीके पिल्लई होंगे और उनके कानूनी सलाहकार नंदन कामथ होंगे। खिलाड़ियों के संघ के दो शख्स शीर्ष परिषद में नामित किए जाएंगे। यह बीसीसीआई की तकनीकी समिति से काफी अलग होगी। कार्यकारी समिति के लिए नाम तभी सामने आएंगे जब राज्य संघ संविधान को अपना लेंगे और चुनाव कराएंगे।