फैसलों से खफा हैं कई साथी खिलाड़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, हार्दिक पांड्या के फैसलों से मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा के अलावा कई और खिलाड़ी भी निराश हैं। हालांकि हार्दिक के रवैये पर पहले भी सवाल उठे थे, लेकिन इस हार के बाद ड्रेसिंगरूम दो खेमें में बंट गया। एक पक्ष हाार्दिक के खिलाफ है और वह फिर रोहित को कप्तान के तौर पर देखना चाहता है। रोहित के पक्ष में ईशान किशन, जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार यादव जैसे दिग्गज हैं। वहीं, दूसरा खेमा अभी भी हार्दिक के समर्थन में है।
ये फैसले नहीं आए रास :
1) बुमराह को देरी से गेंदबाजी :
-हार्दिक तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को चौथे ओवर में गेंदबाजी के लिए लाए और खुद पारी का दूसरा ओवर फेंका। बुमराह ने पहले ओवर में सिर्फ पांच रन दिए लेकिन उन्हें गेंदबाजी से हटा दिया और उन्हें फिर १३वें ओवर में गेंदबाजी दी।
2) धीमी बल्लेबाजी :
– मुंबई एक समय लक्ष्य हासिल करती हुई दिख रही थी। लेकिन उन्होंने और टिम डेविड ने 19 गेंद तक कोई भी बाउंड्री नहीं लगाई। हार्दिक ने 20 गेंदों में एक चौके व एक छक्के के साथ 24 रन बनाए। मुंबई की तरफ से सबसे खराब स्ट्राइक रेट कप्तान हार्दिक का ही रहा।
पूर्व दिग्गजों ने भी की आलोचना :
हार्दिक पांड्या के फैसलों की पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी आलोचना की है।
निराशाजनक प्रदर्शन :
35 : रन दो मैचों में हार्दिक पांड्या कुल बना सके
76 : रन सात ओवर में लुटाए, दो मैचों में हार्दिक ने
गेंदबाजी में बदलावों से हैरान हूं : स्मिथ
इस लीग में कमेंट्री कर रहे स्मिथ ने जसप्रीत बुमराह को देरी से लाने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, मैं मुंबई के लिए पहली पारी में उनके गेंदबाजी में कुछ बदलावों से हैरान था। चौथे ओवर में बुमराह ने गेंदबाजी की और फिर हमने 13वें ओवर तक दोबारा नहीं देखा। मुझे लगता है कि जब बुमराह वापस आए तब तक मौका हाथ से निकल चुका था।
हार्दिक की गलती का खामियाजा भुगता : पठान
पूर्व ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने कहा, मुंबई की टीम यह मैच जीत सकती थी लेकिन कप्तान हार्दिक की गलती का खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। हैदराबाद की टीम को २५० रन तक रोका जा सकता था लेकिन बुमराह को देरी से गेंदबाजी के लिए लाना बहुत बड़ी भूल थी। यदि बुमराह को शुरुआत में एक और ओवर दिया जाता तो मैच बदल सकता था।