रोहित ने अपने वनडे क्रिकेट करियर की शुरुआत साल 2007 में आयरलैंड के खिलाफ की थी। अपने पहले मैच में सौरव गांगुली और गौतम गंभीर की अच्छी बल्लेबाजी के कारण रोहित को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। करियर की शुरूआत में रोहित शर्मा मध्यक्रम के बल्लेबाज थे। बाद में कप्तान धोनी ने उन पर भरोसा दिखाते हुए उन्हें ओपनिंग करने को कहा। उसके बाद जो हुआ वो पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल है।
2011 विश्व कप में नहीं चुने जाने ने बदल दी जिंदगी
रोहित शर्मा को साल 2011 की विश्व कप की टीम में खुद के चयन की उम्मीद थी, लेकिन के. श्रीकांत की अगुवाई वाली समिति ने रोहित को भारतीय टीम में नहीं चुना। विश्व कप से पहले उन्होंने 61 वनडे मैचों में 27 की औसत से 1248 रन बनाए थे।
रोहित के करियर के लिए टर्निंग प्वाइंट रहा साल 2013
रोहित के लिए साल 2012 बेहद ही खराब रहा। 2013 में भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही थी। लगभग सभी सीनियर या तो संन्यास ले चुके थे या उनको टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। 2013 में इंग्लैंड में हुई ICC चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा एक अच्छे ओपनर के तौर पर उभरे।
इस टूर्नामेंट में रोहित और शिखर की जोड़ी के कामयाब होते ही टीम में वापसी की सहवाग और गंभीर उम्मीदों पर पानी फिर गया। इसके बाद कंगारू टीम भारत के दौरे पर आई। रोहित ने इस मौके को दोनों हाथों से भुनाते हुए जयपुर में नाबाद 141 रन और बैंगलुरू में 209 रनों की धमाकेदार पारी खेली।
वनडे में अच्छी पारी खेलने के बाद रोहित को भारत की टेस्ट टीम में जगह दी गई। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए अपने पहले ही टेस्ट में रोहित ने 176 रन ठोककर टेस्ट टीम में अपनी जबरदस्त दावेदारी पेश की। 2014 में चोट के बाद रोहित ने भारतीय टीम में वापसी करते हुए ऐसा कारनामा कर दिखाया उनसे पहले किसी बल्लेबाज ने नहीं किया था। 13 नवंबर, 2014 को ईडन गार्डन्स में श्रीलंका के खिलाफ रोहित ने 264 रन ठोक डाले।
विश्व कप 2015, 2019 में रहा धमाकेदार प्रदर्शन
रोहित शर्मा ने 2015 के वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ एक शतक और दो अर्धशतकों समेत कुल 330 रन बनाए। बांग्लादेश के खिलाफ रोहित शर्मा ने 137 रनों की पारी खेलकर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाया था। सेमीफाइनल में रोहित उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और भारत ऑस्ट्रेलिया से हारकर विश्व कप से बाहर हो गया।
क्रिकेट विश्व कप 2019 में रोहित शर्मा की बल्लेबाजी को देखकर ऐसा लग रहा है उन्होंने वहीं से शुरू किया है, जहां से 2015 के विश्व कप को उन्होंने खत्म किया था। रोहित ने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 122 रन की नाबाद पारी खेलकर शानदार शुरूआत की।
रोहित अब तक पांच शतक लगाकर विश्व कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं। इससे पहले ये रिकार्ड श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी कुमार संगकारा के नाम था, उन्होंने 2015 के विश्व कप में 4 शतक लगाए थे। रोहित शर्मा विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा 6 शतक लगाने के सचिन तेंदुलकर के रिकार्ड की भी बराबरी कर चुके हैं।
रोहित का वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रिकार्ड
रोहित शर्मा ने 214 वनडे मैचों में 27 शतकों के साथ कुल 8657 रन बनाए हैं। टेस्ट मैचों की बात करें तो रोहित ने 27 टेस्ट मैचों में तीन शतकों के साथ 1585 रन बनाए हैं। रोहित ने अभी तक खेले 94 टी-20 मैचों में 2331 रन बनाए हैं। वहीं IPL में खेले 188 मैचों में एक शतक और 36 अर्धशतकों के साथ रोहित के नाम 4898 रन दर्ज हैं।