ग्रैबिएल पर मैदान में रूट को कथितरूप से समलैंगिकता से जुड़ी कथित टिप्पणी के कारण आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा है। दरअसल इस मैच के दौरान दोनों के बीच हुई बहस की बातचीत स्टंप में लगे माइक के जरिये रिकॉर्ड हो गई थी। इस दौरान रूट को कहते हुए सुना गया था, “इसे अपमान की तरह मत इस्तेमाल करो। समलैंगिक होने में कोई बुरानी नहीं है।”
आईसीसी ने घोषणा की कि शैनॉन ग्रैबिएल पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। यह आरोप खिलाड़ी, अंपायर या मैच रेफरी के विरोध में इस्तेमाल किए गए अपमानजनक शब्दों से जुड़ा हुआ है। हालांकि रूट ने यह बताने से मना कर दिया है कि गैब्रिएल ने उनसे क्या कहा था।
वहीं, यह बात भी सामने आ रही है कि जिस दौरान यह बहस हो रही थी, अंपायरों ने संभवता गैब्रिएल की बात करीब से सुनी होगी। इस बाबत आईसीसी ने ट्वीट किया, “शैनॉन ग्रैबिएल पर आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.13 के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। मैच अंपायरों द्वारा लाए गए इस मामले को अब मैच रेफरी जेफ क्रो निपटाएंगे। जब तक कार्यवाही पूरी नहीं हो जाती, आईसीसी इस पर आगे कोई टिप्पणी नहीं करेगा।”
गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड ने जीत दर्ज की थी। मैच का एक दिन शेष रहते इंग्लैंड ने यह जीत 232 रनों के अंतर से हासिल की थी।
इस मैच में जो रूट ने 122 रनों की पारी खेली थी और इंग्लैंड ने पांच विकेट पर 361 रन बनाकर दूसरी पारी घोषित कर वेस्टइंडीज को जीत के लिए 485 रनों का लक्ष्य दिया था। हालांकि मेजबान वेस्टइंडीज की टीम केवल 252 रनों पर ही पवैलियन लौट गई।