ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी-
दूसरे दिन की पहली ही गेंद पर भारत ने अपना बचा हुआ एक मात्र विकेट मोहम्मद शमी के रूप में खोया। ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट एरॉन फिंच (0) के रूप में गंवाया। फिंच को इशांत शर्मा ने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद, मार्कस हैरिस (26) ने ख्वाजा के साथ 45 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की थी लेकिन अश्विन ने हैरिस को मुरली विजय के हाथों कैच आउट कर आस्ट्रेलिया का दूसरा झटका दिया। इसके बाद अश्विन ने शॉन मार्श(2) को 59 के स्कोर पर आउट कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। 87 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को उस्मान ख्वाजा(28) के रूप में चौथा झटका लगा, अश्विन की तीसरी सफलता। इसके बाद पीटर हैंड्सकॉम्ब(34) और ट्रैविस हेड के बीच पनप रही साझेदारी को बुमराह ने तोड़ भारत को हैंड्सकॉम्ब के रूप में पांचवीं सफलता दिलाई। ऑस्ट्रेलिया को छठा झटका ईशांत ने कप्तान पेन(5) को आउट कर दिया। सातवां विकेट बुमराह के नाम रहा, जब उन्होंने पैट कमिंस(10) को एल्बीडब्लू आउट किया। दूसरे दिन के खेल की समाप्ति पर ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट के नुक्सान पर 191 रन बना लिए थे। ट्रैविस हेड(61) और मिचेल स्टार्क(8) रन बनाकर खेल रहे थे।
दूसरे दिन रविचंद्रन अश्विन , इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह ने भारत को मैच में बनाए रखा। अश्विन ने 33 ओवरों में 50 रन खर्च कर 3 विकेट झटके। इशांत ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए 15 ओवरों में 31 रन देकर 2 विकेट झटके। पहले स्पेल में महंगे साबित हुए बुमराह ने लाइन-लेंथ कसते हुए 20 ओवरों में 34 रन देकर 2 विकेट झटके।
भारत की पारी-
भारत ने अपनी पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा (123) की शतकीय पारी के दम पर अपनी पहली पारी में 250 रनों का स्कोर खड़ा किया था। भारत ने एक समय 41 रनों पर ही अपने चार शुरुआती बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे लेकिन पुजारा ने रोहित (37), ऋषभ पंत (25) और रविचंद्रन अश्विन (25) के साथ मिलकर न सिर्फ भारतीय पारी को मुश्किल से निकाला बल्कि सम्मानजनक स्कोर की ओर अग्रसर किया।