ऑस्ट्रेलिया में 11 सीरीज से नहीं मिली जीत-
भारत ने 1947-48 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था जहां उसे 0-4 से सीरीज गंवानी पड़ी थी। इसके बाद उसने अबतक ऑस्ट्रेलिया में 11 सीरीज खेली हैं, लेकिन एक भी बार सीरीज नहीं जीत पाया है। भारत को ऑस्ट्रेलिया में आठ बार टेस्ट सीरीज गंवानी पड़ी है जबकि तीन ड्रॉ रही हैं।
सिडनी में भारत का रिकॉर्ड खराब-
अगर सिडनी मैदान की बात की जाए तो भारत को यहां पर पिछली जीत 41 साल पहले 1978 में बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में नसीब हुई थी। तब भारत ने इस मैदान पर मेजबान को पारी और दो रन से मात दी थी। अगर सिडनी में आंकड़ों की बात की जाए तो यहां पर कंगारुओं का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। भारत ने एससीजी मैदान पर अब तक 11 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से उसे पांच टेस्ट मैचों में हार मिली है जबकि पांच ड्रॉ रहे हैं और एक ही वह जीत पाया है।
मौजूदा समय में भारत का पलड़ा भारी-
आंकड़ों से हटकर अगर मौजूदा समय को देखा जाए तो भारतीय टीम शानदार दौर से गुजर रही है और ऑस्ट्रेलिया टीम बुरे दौर से। क्रिकेट विशेषज्ञ मान रहें हैं टीम इंडिया का इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरा सबसे सफल दौरा होने जा रहा है। भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट रनों के लिहाज से सीरीज में सबसे आगे चल रहे हैं। दोनों बल्लेबाजों ने छह-छह पारियों में क्रमश : 328 और 259 रन बनाए हैं। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड हैं जिनके खाते में अब तक 217 रन हैं। गेंदबाजी में इसी साल टेस्ट में पदार्पण करने वाले जसप्रीत बुमराह छह पारियों में 20 विकेट लेकर शीर्ष पर चल रहे हैं। मोहम्मद शमी भी सीरीज में अब तक 14 विकेट चटका चुके हैं।
स्पिन फ्रेंडली होगी सिडनी की पिच-
सिडनी मैदान स्पिनरों के अनुकूल माना जा रहा है और इसी को देखते हुए भारतीय टीम ने इस मैच के लिए जिस 13 सदस्यीय टीम की घोषणा की है उसमें रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव के रूप में तीन स्पिनरों को शामिल किया है। हालांकि अश्विन का अभी भी खेलना तय नहीं माना जा रहा है।
दोनों टीमों में कई बदलाव संभव-
ईशांत शर्मा चोट के कारण बाहर हो गए हैं और उनकी जगह उमेश यादव की वापसी हुई है। बल्लेबाजी में रोहित शर्मा अपनी बेटी की जन्म के कारण वापस स्वदेश लौट गए हैं। रोहित की जगह लोकेश राहुल को फिर से मौका दिया गया है। साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम में भी कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने अपनी 14 सदस्यीय टीम में पीटर सिडल, मार्नस लाबुशेन और पीटर हैंड्सकॉम्ब को टीम में शामिल किया है। ऑस्ट्रेलिया टीम दो बदलावों के साथ उतर सकती है।
ऑस्ट्रेलिया पर खुद को साबित करने का दबाव-
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया टीम की बात करें तो अगर उसे भारत को इतिहास रचने से रोकना है तो उसे हर हाल में यह मैच जीतकर सीरीज 2-2 से ड्रॉ करानी होगी। टीम में अनुभवी खिलाड़ियों स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर के न होने से आस्ट्रेलिया पहली बार भारत के हाथों सीरीज हारने के कगार पर है। मेजबान की बल्लेबाजी और गेंदबाजी इस समय चिंता का विषय बनी हुई है। टीम पिछले मैच की पहली पारी में मात्र 151 रन पर और दूसरी पारी में 261 रन पर ढेर हो गई थी। ऑस्ट्रेलिया को अगर सीरीज बचानी है तो उसे सिडनी में शानदार वापसी करनी होगी।
टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव।
ऑस्ट्रेलिया: टिम पेन (कप्तान), एरॉन फिंच, मार्कस हैरिस, उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रेविस हेड, मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस, नाथन लायन, जोश हैजलवुड, मिशेल मार्श, पीटर सिडल, मार्नस लाबुशेन ।