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IND vs AUS : सीरीज जीतने के लिए दोनों टीमों को चाहिए जीत, दिल्ली में है निर्णायक मुकाबला

5 एकदिवसीय मैच की सीरीज में दोनों टीमें हैं 2-2 की बराबरी पर
भारत ने पहले 2 और आस्ट्रेलिया ने जीते हैं बाद के 2 मैच
टी-20 सीरीज में आस्ट्रेलिया टीम इंडिया का कर चुकी है सफाया

नई दिल्लीMar 12, 2019 / 05:30 pm

Mazkoor

IND vs AUS

सीरीज जीतने के लिए दोनों टीमों को चाहिए जीत, दिल्ली में है निर्णायक मुकाबला

नई दिल्ली : आस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम जब भारत से टी-20 और वनडे सीरीज खेलने आई थी, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि वह टीम इंडिया को टक्कर दे पाएगी। इसकी वजह यह थी कि पिछले साल मार्च में स्मिथ और वॉर्नर पर एक साल के लिए बैन लगने के बाद से क्रिकेट के हर फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन काफी दयनीय था, लेकिन भारत को भारत में उसने न सिर्फ टक्कर दी, बल्कि टी-20 सीरीज में भारत का क्लीन स्वीप कर दिया और सीरीज के पांचवें और अंतिम वनडे से पहले इस सीरीज में बराबरी हासिल कर नई दिल्ली आई है। इसलिए पांचवां और निर्णायक मैच बुधवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेलने से पहले टीम इंडिया को काफी सावधान रहना होगा।

पहले दो मैच हारने के बाद आस्ट्रेलिया ने की वापसी
पांच बार की विश्व विजेता आस्ट्रेलिया की तारीफ इसलिए भी हो रही है कि वह न सिर्फ वॉर्नर और स्मिथ के बिना खेल रही है, बल्कि इसलिए हो रही है कि सीरीज के पहले दो मैच हारने के बाद उसने दमदार वापसी कर लगातार दो मैच जीते हैं और भारत को चिंता में डाल दिया है।
अगर पहले दो मैच देखें तो उसमें भी कंगारुओं ने टीम इंडिया को बराबरी की टक्कर दी थी। लेकिन आखिरी के दो मैचों में उसने कमाल ही कर दिया। रांची में 300 से ज्यादा का स्कोर खड़ा कर उसका सफलतापूर्वक बचाव किया तो मोहाली में खेले गए चौथे वनडे में 359 रनों के लक्ष्य को एश्टन टर्नर की तूफानी पारी के दम पर 13 गेंद पहले ही हासिल कर दिखाया कि वह सिर्फ वॉर्नर और स्मिथ पर ही निर्भर नहीं है। उसके पास और भी प्रतिभाएं हैं। टर्नर ने तो इसी सीरीज के हैदराबाद वनडे में ही पदार्पण किया है।

विश्व कप के पहले सामने आई नई चिंताएं
चूंकि यह सीरीज विश्व कप के पहले भारत की अंतिम एकदिवसीय सीरीज है, इसलिए इसे विश्व कप की तैयारी के तौर पर टीम इंडिया ले रही थी। लेकिन इस सीरीज में भी भारत के सामने कई नई-पुरानी समस्या वापस उभर कर सामने आई है। इन्हें विश्व कप से पहले निबटाना जरूरी है।

मजबूत आक्रामण में भी दिखा झोल
टीम इंडिया के गेंदबाजी आक्रमण को विश्व का सबसे मजबूत आक्रामण माना जा रहा है। जबकि लगातार दो वनडे में उसी आक्रामण पर पहले रांची में और उसके बाद मोहाली में 300 से ज्यादा का स्कोर बना। मोहाली में तो 359 का विशाल लक्ष्य भी भारत के गेंदबाज नहीं बचा पाए। हालांकि यह अपवाद है, लेकिन इस नई स्थिति ने टीम मैनेजमेंट को सजग जरूर कर दिया होगा और दिल्ली के निर्णायक में वह हरगिज नहीं चाहेंगे कि ऐसा हो। भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने भी इसको लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें कम होती हैं लेकिन हुई हैं तो यह हमारे लिए सही समय पर हुई हैं, ताकि हम उनमें सुधार कर सकें। उन्होंने कहा कि अगर आप हमारे गेंदबाजों की सफलता का प्रतिशत देखेंगे तो यह 75 फीसदी तक रहा है। ऐसी चीजें होती हैं। मैं खुश हूं कि यह इस समय हुआ जिससे हमें पता चला कि विश्व कप से पहले हमें कहां काम करने की जरूरत है।
इस मैच में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज भी विफल रहे। पिछले मैच में जडेजा की जगह टीम में आए युजवेंद्र चहल ने 10 ओवरों में 80 रन दे दिए। अब देखना होगा कि इस मैच में भी कोहली उन पर भरोसा जताते हैं या फिर रवींद्र जडेजा की वापसी होगी।

बल्लेबाजी भी बना परेशानी का सबब
हालांकि पिछले मैच की बात करें तो सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा ने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन पिछले तीन मैच से वह विफल थे। यह अनिरंतरता भारत के आड़े आ सकती है। इसके अलावा विराट कोहली की बात छोड़ दी जाए तो कुछ हद तक केदार जाधव और विजय शंकर ही ऐसे हैं जो टीम इंडिया की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। अंबाती रायडू, राहुल समेत सभी ने निराश ही किया है। वहीं मध्यक्रम और विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के न होने से भी भारत का काम मुश्किल हुआ है। विकेट के पीछे ऋषभ पंत के रुला देने वाला प्रदर्शन भी चौथे वनडे में भारत के हार का बड़ा कारण था।

आस्ट्रेलिया के लिए कई मायनों में अच्छा रहा दौरा
आस्ट्रेलिया की बात करें तो पांचवें मैच को छोड़ भी दें तो उसके लिए यह दौरा काफी अच्छा रहा। वह विश्व कप से पहले अपना फॉर्म और विश्वास पाने में कामयाब रही। टीम ने खेल के हर विभाग में पिछले एक साल की निराशा को छोड़ते हुए बेहतर प्रदर्शन किया। हालांकि उसका काम खत्म नहीं हुआ है। अगर वह आखिरी मैच भी जीत कर सीरीज अपने नाम कर लेती है तो यह उसके लिए इतिहास होगा। भारत 2015-16 में दक्षिण अफ्रीका से हारने के बाद से घर में कोई वनडे सीरीज नहीं हारा है। इसके अलावा टी-20 सीरीज में वह पहले ही टीम इंडिया का सफाया कर चुकी है।

टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, अंबाती रायडू, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर)।

आस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरनडॉर्फ, एलेक्स कैरी, नाथन कूल्टर नाइल, पैट कमिंस, पीटर हैंड्सकॉम्ब, उस्मान ख्वाजा, नाथन लॉयन, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, झाए रिचर्डसन, केन रिचर्डसन, मार्कस स्टोइनिस, एश्टन टर्नर, एडम जाम्पा।

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