चेन्नई। कनार्टक की धरती को कथक डांस और तमिलनाडु को भरतनाट्यम के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। कर्नाटक से खेलने वाले भारत के युवा बल्लेबाज करूण कलाधरन नायर ने अपने तीसरे ही टेस्ट में तमिलनाडु की राजधानी में नाबाद 303 रन की अद्भुत पारी खेलकर जहां ढेरों रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए, वहीं अंग्रेजी गेंदबाजों को भी अपने साथ नाचने पर मजबूर कर दिया।
राजस्थान के जोधपुर में जन्मे नायर की इस पारी से इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट के चौथे दिन भारत ने अपने टेस्ट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर सात विकेट पर 759 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। भारत को मिली 282 रन बढ़त के सामने खेल समाप्ति तक एलेस्टेयर कुक (3) व कीटन जेनिंग्स (9) ने बिना किसी नुकसार के इंग्लैंड को 12 रन तक पहुंचा दिया। इंग्लैंड को अभी पारी की हार और 4-0 के सफाए से बचने के लिए 270 रन और बनाने हैं, जो स्पिन ले रही विकेट पर 90 ओवर के खेल में उसकी बहुत बड़ी परीक्षा साबित होंगे।
इससे पहले नायर ने अपने तीसरे ही टेस्ट में 381 गेंदों पर 32 चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 303 रन की पारी खेली। नायर अपनी इस पारी के साथ ही विरेंदर सहवाग के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए, जिन्होंने इससे पहले तक भारत की ओर से दो तिहरे शतक बनाए थे। सहवाग ने मार्च 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 309 रन और मार्च 2008 में चेन्नई के इसी मैदान पर 319 रन की पारियां खेली थीं। मैच के चौथे दिन के सबसे बड़े हीरो रहे कर्नाटक के 25 वर्षीय नायर ने इससे पहले दो टेस्टों में मात्र 17 रन बनाए थे, लेकिन अपने तीसरे टेस्ट में उन्होंने तिहरा शतक जड़कर नया इतिहास बना दिया।
कप्तान विराट कोहली ने नायर के तिहरा शतक पूरा करते ही भारत की पहली पारी घोषित कर दी। इंग्लैंड के खिलाडिय़ों ने भी तिहरे शतकधारी नायर को उनकी इस उपलब्धि के लिए हाथ मिलाकर बधाई दी और जब नायर पवेलियन पहुंचे तो उन्हें बधाई देने वालों में सबसे आगे कप्तान विराट थे, जिन्होंने इस युवा बल्लेबाज की पीठ थपथपाई। इसके बाद बाकी खिलाडिय़ों ने भी उन्हें एक के बाद एक बधाई दी। इससे पहले भारत का सर्वाेच्च स्कोर नौ विकेट पर 726 रन था, जो उसने दिसंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ मुंबई में बनाया था।
भारत ने चार विकेट पर 391 रन से आगे खेलना शुरू किया था। नायर 71 और मुरली विजय 17 रन पर नाबाद थे। भारत ने जल्द ही अपने 400 रन पूरे कर लिए। नायर ने अपना शतक 185 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के से पूरा किया। इसके बाद तो नायर ने तिहरे शतक के अनूठे रिकॉर्ड की ओर जो कदम बढ़ाना शुरू किया, वह नाबाद 303 रन पर जाकर थमा।
भारत ने लंच तक अपना स्कोर 463 रन और चायकाल तक 582 रन पहुंचाया था। यह दिलचस्प आंकड़ा रहा कि कर्नाटक के ओपनर लोकेश राहुल के पास अपना पहला दोहरा शतक बनाने का मौका था, लेकिन वह एक रन से चूक गये, मगर उनके ही राज्य के साथी नायर ने उन्हें मिले मौकों को दोनों हाथ से भुनाते हुए नाबाद 303 रन की पारी खेल डाली। इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक को जरूर अफसोस हो रहा होगा, जब उन्होंने रविवार को दिन के आखिरी सत्र में दूसरी नई गेंद लेने के बाद नायर का कैच छोड़ा था। उस समय नायर का स्कोर 34 रन था और भारत का स्कोर तीन विकेट पर 292 रन था।
नायर ने इस जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए एक ऐतिहासिक पारी खेल डाली। नायर ने लोकेश राहुल के साथ चौथे विकेट के लिए 41.5 ओवर में 161 रन जोड़े थे। उन्होंने मुरली विजय के साथ पांचवें विकेट के लिए 21.1 ओवर में 63 रन, रविचंद्रन अश्विन के साथ छठे विकेट के लिए 47 ओवर में 181 रन और रवींद्र जडेजा के साथ सातवें विकेट के लिये 19.1 ओवर में 138 रन की तूफानी साझेदारी की। इस युवा बल्लेबाज ने चौका लगाकर जैसे ही अपना तिहरा शतक पूरा किया पूरा स्टेडियम खुशी से झूम उठा और ड्रैङ्क्षसग रूम में भारतीय खिलाड़यिों ने इस युवा बल्लेबाज के अभिवादन में जमकर तालियां बजाई। कप्तान विराट ने इसके साथ ही पहली पारी घोषित कर दी।
नायर एक एक रन लेकर अपने तिहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे और 299 रन पर पहुंच चुके थे। उसी समय जडेजा लियाम डॉसन की गेंद पर एक बड़ा शाट खेलने की कोशिश में सीमा रेखा पर जैक बॉल के हाथों लपके गये। जडेजा के आउट होने का नायर पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने लेग स्पिनर आदिल राशिद की गेंद पर चौका मारा और 300 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गये। उस समय उनके साथ दूसरे छोर पर उमेश यादव एक रन पर नाबाद थे।
प्रथम श्रेणी में रणजी फाइनल में 328 रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने वाले नायर ने अपना नाम टेस्ट इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज करा लिया। उन्होंने अपनी पारी के दौरान कई दिग्गज बल्लेबाजों को पीछे छोड़ा। नायर ने अपने कप्तान विराट के पिछले मैच में बनाये गये 235 रन, सुनील गावस्कर के नाबाद 236, सचिन तेंदुलकर के नाबाद 248, राहुल द्रविड़ के 270, वीवीएस लक्ष्मण के 281 और सहवाग के 293 रनों को पीछे छोड़कर तिहरे शतक के एवरेस्ट पर पहुंच गये।
इंग्लैंड के गेंदबाजों को लगातार दूसरे दिन मैदान पर संघर्ष करना पड़ा। इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक ने आठ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन कोई भी नायर का हौसला पस्त नहीं कर पाया। आफ स्पिनर मोइन अली ने 41 ओवर में 190 रन देकर एक विकेट, आदिल राशिद ने 29.4 ओवर में 153 रन पर एक विकेट, लियाम डासन ने 43 ओवर में 129 रन पर दो विकेट, स्टुअर्ट ब्राड ने 27 ओवर में 80 रन पर दो विकेट और बेन स्टोक्स ने 20 ओवर में 76 रन पर एक विकेट लिया। इंग्लैंड को मैच के पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार को पारी की हार और 4-0 के सफाये से बचने के लिये पूरा दिन निकालना होगा जबकि भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड को शर्मिंदगी का कड़वा घूंट पिलाने के लिये पूरा जोर लगा देंगे।