![India cricket](http://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2017/08/25/iftkaar_1748683-m.png)
आपको बता दें कि इफ्तिखार अलीखान पटौदी वो नाम है जो था तो भारतीय मगर खेला इंग्लैंड के लिए भी या यूं कहें कि इकलौता भारतीय जो इंग्लैंड के लिए खेला । इफ्तिखार अलीखान पटौदी ने भारत और इंग्लैंड दोनों के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला । इंग्लैंड में पढ़ते थे और इसी दौरान काउंटी क्रिकेट खेलते हुए सबको प्रभावित किया और फिर साल 1931 में इंग्लैंड की तरफ से एशेज में खेले । पहले मैच में इंग्लैंड को जिताने में पटौदी ने अहम रोल निभाया था । दिलचस्प बात ये कि 1946 में यही पटौदी इंडिया के कप्तान के रूप में इंग्लैंड दौरे पर गए थे । इन्हें पटौदी सीनियर के नाम से भी जाना गया । फिर बेटे मंसूरअली खान पटौदी ने भी इंग्लैंड में काउंटी और फिर भारत की नेशनल टीम में रहते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला ।
भारत और पकिस्तान के बीच सीमा पर कितना भी विवाद हो पर कई ऐसे किस्से हैं जो दोनों देश के रिश्ते के मजबूती को जमाने के सामने लाता है। देशों के लोगों के साल 1947 में जब देश आजाद होने के साथ बंटवारा हुआ तो कुछ खिलाड़ी भी पाकिस्तान चले गए । अब्दुल हफीज कारदर और आमिर इलाही दो ऐसे ही नाम हैं जिन्होंने आजादी से पहले इंडिया के लिए टेस्ट किक्रेट खेला औऱ फिर पाकिस्तान की नुमाइंदगी की । हफीज आजादी के बाद के पाकिस्तान की टीम के पहले कप्तान बने । लेफ्ट हैंड बैट्समैन औऱ लेफ्ट हैंड स्पिनर थे और इलाही राइट आर्म लेग-ब्रेक स्पिन फेंकते थे । आजादी के बाद भी एक खिलाड़ी गुल मोहम्मद ने साल 1952 तक इंडिया के लिए खेलते हुए 8 मैच खेले और फिर पाकिस्तान की नागरिकता लेने के बाद 1956 में पाकिस्तान के लिए खेलने लगे।