श्रीराम ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा कि इस विकेट पर 200 का स्कोर बहुत बड़ा था। मुझे लगता है कि 170-180 का स्कोर हासिल किया जा सकता था। लेकिन मध्य ओवरों में रसेल की पारी ने मैच को हमसे दूर कर दिया। हमने प्लानिंग अच्छी की थी लेकिन उसे सही तरीके से अमल में नहीं ला सके।
रसेल उस समय बल्लेबाजी करने आए थे, जब कोलकाता का स्कोर 14वें ओवर में चार विकेट पर 113 रन था। लेकिन इसके बाद उन्होंने 12 गेंदों पर 41 रन ठोककर पूरा मैच ही पलट दिया। रसेल ने मोहम्मद शमी की गेंद पर छह छक्के लगाए। इसके अलावा नीतीश राणा ने 35 गेंदों पर 59 रन की पारी खेली।
कोच ने कहा कि जब भी आप 200 रनों का पीछा करते हैं तो आपके किसी एक खिलाड़ी को 70-80 रन बनाने होंगे। यदि आप टी-20 का इतिहास देखें तो जब भी बड़े स्कोर को चेज किया गया है तो किसी एक खिलाड़ी ने 70 या उससे अधिक रन बनाए हैं। दिल्ली के लिए ऋषभ पंत ने 26 गेंदों 43 और ग्लैन मैक्सवेल ने 22 गेंदों पर 47 रन बनाए। दोनों ने 32 गेंदों पर चौथे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की। श्रीराम ने कहा कि पंत और मैक्सवेल सेट हो गए थे लेकिन वह वैसा नहीं कर पाए जैसा कि उन्होंने वानखेड़े में किया था।
मैच के बाद गेंदबाजी कोच ने यह भी माना कि पावरप्ले में दिल्ली की गेंदबाजी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पावरप्ले में हमारी गेंदबाजी परेशान करने वाली है और हमें इस पर जल्द से जल्द काम करने की जरूरत है।