शुभमन और मयंक अग्रवाल के चोटिल होने से मिला ओपनिंग का मौका
सीरीज शुरू होने से पहले शुभमन गिल स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से घर लौट गए, जिसके बाद मयंक अग्रवाल के नाटिंघम में रोहित शर्मा के सलामी जोड़ीदार होने की उम्मीद थी। लेकिन, प्रशिक्षण के दौरान अग्रवाल को कन्कशन की समस्या का सामना करना पड़ा, जिससे राहुल को लगभग दो वर्षो में अपना पहला टेस्ट खेलने के लिए उतरना पड़ा और अब वह इस पोजीशन को गंवाने के मूड में नहीं हैं।
यह खबर भी पढ़ें:—ऋषभ पंत के दोस्त मनन ने 30 वर्ष की उम्र में लिया भारतीय क्रिकेट से संन्यास, अब अमरीका से खेलेंगे
श्रीधर ने किया केएल राहुल के सफल होने का खुलासा
भारतीय टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर का कहना है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले 40-50 दिनों तक की गई तैयारी को लोकेश राहुल की सफलता का श्रेय जाता है। श्रीधर ने रविचंद्रन अश्विन के यू-ट्यूब चैनल पर कहा, राहुल चौथे ऐसे ओपनर थे जो इस सीरीज में शामिल थे। लेकिन उनकी तैयारी अलग थी। मैंने उसे बहुत थ्रो डाउन खेलाया है। किस तरह खेलना है और बल्ले का एंगल किस तरह रखना है, उन्होंने हर चीज का विश्लेषण किया है और 40-50 दिनों तक अच्छे से तैयारी की है। इसी कारण वह उस तरह बल्लेबाजी कर पा रहे हैं जिस तरह करते हैं।
उन्होंने कहा, राहुल ने ओपनर के रूप में इंग्लैंड में रन बनाने का तरीका खोजा। 2018 में भी उन्होंने द ओवल में 100 रन बनाए थे। इंग्लैंड में सभी ओपनर सफल नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ अबतक दो टेस्ट मैचों में राहुल ने 61 के औसत से 244 रन बनाए हैें जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।