पोलैंड की टीम सेनेगल के खिलाफ आत्मघाती गोल खा बैठी थी जिसकी बदौलत उसे शिकस्त झेलनी पड़ी थी। अगर यह आत्मघाती गोल नहीं होता तो मैच ड्रॉ पर समाप्त होता है और उसे एक अंक मिल जाते। पोलैंड के फारवर्ड डेविड कोवनिक को इस बार अंतिम एकादश में मौका मिल सकता हैं जो पिछली बार दूसरे हाफ में सबस्ट्यिूट के रूप में खेले थे। वहीं सेंटर बैक के रूप में खेलने वाले कामील ग्लिक कंधे की चोट से पूरी तरह उबर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद अगले मैच में उनका खेलना संदिग्ध लग रहा है। पिछले मैच में स्टार खिलाड़ी और कप्तान रोबर्ट लेवांडोस्की गेंद हासिल करने के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे थे जिसके कारण पालैंड मैच में कुछ खास नहीं कर सका था। टीम चाहेगी कि लेवांडोस्की कोलंबिया के खिलाफ अच्छा खेले।
पालैंड की टीम फीफा विश्व कप के इतिहास में पहला मैच हारने के बाद कभी भी अगले दौर के लिए क्वालीफाई नहीं सकी है। ऐसे में रूस में इस बार उसके पास यह रिकॉर्ड का मौका हो सकता है। टीम विश्व कप इतिहास में अब तक नौ मैच खेले हैं जिसमें उसने केवल दो जीते हैं और सात हारे हैं। दूसरी तरफ कोलंबिया की टीम भी अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार करना चाहेगी। टीम जापान के खिलाफ मुकाबले में छठे मिनट में ही गोल खा बैठी। इससे पता चलता है कि टीम का डिफेंस कमजेार है और पोलैंड उसके इस डिफेंस में सेंध लगा सकती है।