मिश्र ने कहा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नियम को ताक पर रखते हुए, बिना कारण बताओ नोटिस के उन्हें मीडिया समिति के चेयरमैन पद से हटाने का आदेश रात में जारी कर दिया।उन्होंने कहा कि इसी तरह बिहार के उभरते हुए क्रिकेटर लखन राजा को बिना किसी काराण बताओ नोटिस के दो वर्षो के लिए निलंबित कर इन लोगों ने अपनी हिटलरशाही का परिचय दिया है।
वहीं, आदित्य वर्मा ने कहा कि इन बीसीए के माफियाओं को बिहार के होनहार क्रिकेट खिलाड़ियों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट संघ निबंधन संख्या-421/2001-02 का निबंधन बिहार सरकार के निबंधन महानिरीक्षक के द्वारा 12 दिसंबर, ़2008 के आदेश से रद्द किया जा चुका है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीसीए के ये तथाकथित पदाधिकारी कई तथ्यों को छिपाकर आजतक अपने आपको निबंधित संस्था बताते रहे और राज्य सरकार को एमओयू के नाम पर तथा बीसीसीआई को निबंधित संस्था के नाम पर धोखा देते रहे। ये लोग क्रिकेट के नाम पर पैसे उगाही की दुकान चला रहे हैं।वर्मा ने राज्य सरकार से इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की।