पुजारा ने दिलाई द्रविड़ की याद –
चार मैचों की इस सीरीज में पुजारा अब तक तीन शतक लगा चुके हैं। पुजारा ने इस सीरीज का पहले एडिलेड टेस्ट मैच में भी 123 रन की पारी खेली थी। इसके बाद पर्थ टेस्ट मैच में वो सेंचुरी नहीं लगा सके थे। वहीं मेलबर्न में भी पुजारा ने सैंकड़ा जड़ते हुए 106 रन की बेहतरीन पारी खेली और अब सिडनी में भी शतक लगाकर उन्होंने दिखा दिया है कि उन्हें भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी क्यों कहा जाता है। गुरुवार को लगे गया ये शतक उनके टेस्ट करियर का 18वां और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवां शतक है। पुजारा को इस अंदाज़ में बल्लेबाजी करता देख राहुल द्रविड़ की याद आ गई। द्रविड़ ने साल 2011 में इंग्लैंड दौरे में चार मैचों की टेस्ट सीरीज में अकेले शानदार बल्लेबाजी करते हुए तीन शतक जड़े थे। ठीक उसी अंदाज़ में इस सीरीज में पुजारा बल्लेबाजी कर रहे हैं।
खेलीं 1000 से ज्यादा गेंदें –
इतना ही नहीं इस सीरीज में पुजारा अब तक 1000 गेंदें खेल चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे में एक सीरीज में सबसे ज्यादा गेंद खेलने का रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम है। द्रविड़ ने 2003-2004 दौरे के दौरान 1203 गेंदों का सामना किया था। द्रविड़ से कम दिग्गज विजय हज़ारे ने साल 1947-1948 में 1192, मौजूदा कप्तान विराट कोहली ने 2014- 2015 में 1093, सुनी गावस्कर ने साल 1977- 1978 में 1032 गेंदों का सामना किया था।
पहुंचे कोहली के रिकॉर्ड के करीब –
इतना ही नहीं इस शतक के साथ पुजारा एक और कीर्तिमान के करीब आ गए हैं। एक ऑस्ट्रेलिया दौरे में सबसे ज्यादा शतक लाग्ने का रिकॉर्ड कप्तान विराट कोहली के नाम है। कोहली ने साल 2014 में जब भारत ऑस्ट्रेलिया आया था चार शतक जड़े थे। वहीं कोहली के बाद सुनील गावस्कर ने तीन शतक लगाए हैं। गावस्कर ने ये कारनामा साल 1977 में किया था। अब पुजारा ने भी तीन शतकों के साथ गावस्कर की बराबरी कर ली है अगर पुजारा अगली पारी में शतक लगा देते हैं तो वे कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे।