बड़ौदा के खिलाफ पहली पारी में 11 चौके और एक सिक्स की मदद से 66 रन की पारी खेलने के बाद पृथ्वी शॉ ने दूसरी पारी में भी विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने तीसरे दिन 179 गेंदों में दोहरा शतक ठोंक दिया। इस दौरान उन्होंने 19 चौके और सात छक्के लगाए। हालांकि दोहरा शतक लगाने के तुरत बाद बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में वह आउट हो गए। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में यह उनका सर्वोच्च स्कोर भी है। इसके साथ ही फरवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैच के लिए उन्होंने मजबूत दावा ठोंक दिया है और तीसरे ओपनर केएल राहुल के लिए खतरे की घंटी बजा दी है।
पृथ्वी शॉ के इस दोहरे शतक के कारण मुंबई बेहद मजबूत स्थिति में पहुंच गया है। उसने चार विकेट पर 409 रन बनाकर अपनी दूसरी पारी घोषित कर दी है। शॉ के अलावा दूसरी पारी में कप्तान सूर्यकुमार यादव (102 नाबाद) ने भी शतक लगाया। इससे पहले अपनी पहली पारी में मुंबई ने 431 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसके जवाब में बड़ौदा केदार देवधर के नाबाद 160 रनों की पारी के बावजूद 307 रन ही बना सकी थी। इस तरह मुंबई को पहली पारी में 124 रनों की बढ़त मिली थी। अब मुंबई ने बड़ौदा के सामने जीत के लिए 534 रनों का असंभव लक्ष्य रखा है।