इंग्लैंड और भारत के बीच नेटवेस्ट सीरीज खेली जा रही थी। लॉर्ड्स में इस सीरीज का फाइनल मैच था। स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। टीम इंडिया के जहीर खान और मोहम्मद कैफ बैटिंग कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने जीत का रन लिया तो लॉर्ड्स की बालकनी में बैठे कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी टीशर्ट उतारी और हवा में लहराने लगे। वहीं मैच हराने के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ी एंड्रयू फ्लिंटॉफ हताश होकर पिच पर बैठ गए।
दरअसल, मैच जीतने के बाद सौरव गांगुली ने टीशर्ट निकालकर जब हवा में लहराई तो यह एंड्रयू फ्लिंटॉक को उनका जवाब था। उस वर्ष फरवरी में जब इंग्लैंड ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में भारत को हराया था तो एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने अपनी टीशर्ट निकालकर मैदान पर दौड़ लगाई थी। इसका बदला सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स में लिया। इंग्लैंड को हराने के बाद उन्होंने अपनी टीशर्ट लहराकर फ्लिंटॉफ को उसका जवाब दिया था। इस मैच में युवराज सिंह ने 69 रनों की और मोहम्मद कैफ नाबाद 87 की शानदार पारी खेलकर टीम इंडिया को दो विकेट से जीत दिलाई थी। हालांकि गांगुली ने अपनी किताब ‘ए सेंचुरी इज नॉट एनफ’ में इस घटना का जिक्र करते हुए माना कि ऐसा करना सही नहीं था। जीत का जश्न मनाने के लिए और भी कई तरीके थे।
सौरव गांगुली हमेशा अपने टीम के साथियों और युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते रहते थे। सौरव गांगुली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने लोअर ऑर्डर बल्लेबाज सहवाग को पहचाना और ओपनिंग के लिए तैयार किया। एक बार तो सहवाग के लिए गांगुली चयन को लेकर अड़ गए थे। विदेशी दौरे पर जब कहा गया कि सहवाग बाउंसर्स नहीं झेल पाएंगे तो गांगुली ने कहा कि बिना किसी को मौका दिए ये कैसे कह सकते हैं। इसके बाद अपने पहले ही विदेशी दौरे पर सहवाग ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक लगाया था।