सहवाग को गांगुली ने बनाया था ओपनर
आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस वक्त सहवाग ने भारतीय टीम में कदम रखा था तो वो ओपनर बल्लेबाज नहीं थे। इंटरनेशनल डेब्यू से पहले सहवाग दिल्ली की तरफ से पांचवे और छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन इंटरनेशनल डेब्यू के बाद उस समय टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने सहवाग को ओपनर बनाने का फैसला किया था। सहवाग को ओपनर बनाने में सबसे बड़ा हाथ सौरव गांगुली का ही था। इस बारे में दादा बताते हैं कि जब वीरू ने जब डेब्यू किया तो मिडिल ऑर्डर में उसकी जगह नहीं बन रही थी, तब उन्होंने सहवाग को ओपनिंग करने के लिए कहा था और उसका नतीजा ही था कि सहवाग ने इंग्लैंड में ओपनिंग करते शतक ठोंका था।
दादा ने क्यों अपनी जगह सहवाग को दी थी ओपनिंग?
आपको बता दें कि जिस वक्त गांगुली ने सहवाग को ओपनर बनाने का फैसला किया था, उस वक्त वो खुद सचिन के साथ ओपनिंग करते थे और अपनी जगह सहवाग को ओपनिंग कराने का उनका फैसला बहुत ही सही था। आज पूरी दुनिया सहवाग को एक सफल ओपनर बल्लेबाज के तौर पर जानती है। वर्ल्ड कप 2019 के एक मैच के दौरान भी गांगुली ने इस बात का जिक्र किया था। गांगुली ने कहा था, ”मैं उस वक्त ओपनर के रूप में धीमा हो गया था, उस समय सचिन और राहुल भी चोटिल थे और न्यूजीलैंड के खिलाफ हमारा मैच ‘करो या मरो’ वाला था। मुझे सहवाग की बल्लेबाजी पर यकीन था और इसलिए उन्हें ओपनिंग कराने का फैसला किया। उस मैच के बाद जो हुआ वो इतिहास है।’
251 वनडे खेले हैं सहवाग ने
आपको बता दें कि सहवाग ने उसके बाद वनडे और टेस्ट दोनों फॉर्मेट में ओपनिंग करना शुरू कर दिया। वीरू ने पहले सचिन के साथ और फिर गौतम गंभीर के साथ शानदार ओपनिंग पारियां खेलीं। अपने करियर में सहवाग ने 251 वनडे मैच और 104 टेस्ट मैच खेले हैं। टेस्ट में उनके नाम 8586 रन हैं तो वहीं वनडे में उनके नाम 8273 रन हैं।