प्रवीण सिंह के पास है काफी अनुभव-
दूसरी तरफ गेंद को दोनों ओर घूमाने में माहिर प्रवीण को भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का काफी अनुभव है। उनके अलावा रीतिंदर सिंह का हरफनमौला प्रदर्शन लीग में अहम भूमिका निभा सकता है। आर पी दक्षिण अफ्रीका में 2007 में पहले टी-20 विश्वकप में भारत को चैम्पियन बनाने वाली टीम का हिस्सा थे। वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे।
ब्रदीनाथ भी खेलते दिखेंगे-
जहीर, प्रवीण और आर पी के अलावा एस बद्रीनाथ और रीतिंदर सिंह सोढी भी टी-10 लीग में खेलेंगे। बद्रीनाथ की गिनती सबसे सफल प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों में होती है। उन्हें घरेलू क्रिकेट में खेलने का काफी अनुभव है। इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने का फायदा उन्हें टी-10 में मिलेगा।
सहवाग – अफरीदी जैसे दिग्गज शामिल-
इससे पहले, वीरेंदर सहवाग और शाहिद अफरीदी को इस लीग का आइकन खिलाड़ी चुना गया था। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम इसके प्रतिभा तलाश कार्यक्रम के निदेशक होंगे। टूर्नामेंट में इस बार कुल आठ टीमें हिस्सा लेंगी।
21 नवंबर से होगी शुरुआत-
इनमें केरला किंग्स, पंजाब लेजेंड्स, मराठा अरेबियंस, बंगाल टाइगर्स, द कराचियंस, राजपूत, नार्थन वॉरियर्स और पख्तूनस शामिल है। कराचियंस और नार्थन वॉरियर्स लीग की दो नई टीमें हैं। लीग का दूसरा संस्करण शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में 21 नवंबर से दो दिसंबर तक खेला जाएगा।