ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 18.4 ओवर में 8 विकेट पर 118 रन बनाए। इसके बाद बारिश की वजह से खेल को रोक दिया गया। बारिश रुकने के बाद भारत को डकवर्थ लुईस नियम के मुताबिक जीत के लिए 6 ओवर में 48 रन का लक्ष्य मिला जिसे भारत ने 5.3 ओवर में 9 विकेट शेष रहते हासिल कर लिया। टीम इंडिया के लिए
शिखर धवन ने 15 रन बनाए जबकि
विराट कोहली ने 22 रनों की पारी खेलकर जीत दिलाई।
ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान उसके 6 खिलाड़ी क्लीन बोल्ड आउट हुए जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। भारतीय गेंदबाजों के कहर के आगे कंगारू बल्लेबाजों ने हथियार डाल दिए और एक के बाद एक लगातार क्लीन बोल्ड होने का शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम करते गए।
ऑस्ट्रेलिया से पहले स्कॉटलैंड, हांगकांग, न्यूजीलैंड और पीएनजी के नाम किसी एक टी20 पारी में 6-6 विकेट बोल्ड के रूप में गंवाने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज था। ऑस्ट्रेलिया की ओर से एरॉन फिंच ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए. फिंच को छोड़ कर कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर नहीं टिक पाया। ऑस्ट्रेलिया ने अपने आखिरी 6 विकेट 37 रनों के अंदर ही गंवा दिए थे. टीम इंडिया की ओर से जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव ने 2-2 तो वहीं चहल, भुवी और पंड्या ने 1-1 विकेट लिए।
आस्ट्रेलियाई टीम के लिए एरॉन फिंच ने सर्वाधिक 42 रन बनाए बाकी और कोई बल्लेबाज बड़ा योगदान नहीं दे सका।बेहतरी फॉर्म में चल रहे भुवनेश्वर ने डेविड वार्नर (8) को 11 के कुल स्कोर पर बोल्ड कर मेहमानों को अच्छी शुरुआत से वंचित कर दिया।
फिंच को कुलदीप ने अपनी फिरकी में फंसा लिया और बेहतरीन गेंद पर उन्हें बोल्ड कर आस्ट्रेलिया को बड़ा झटका दिया। फिंच 76 के कुल स्कोर पर आउट हुए। ट्रेविस हेड सिर्फ नौ रन बनाने के बाद पांड्या की गेंद पर बोल्ड हो गए। खतरनाक मोएजिज हेनरिक्स (8) भी कुलदीप को संभाल नहीं पाए और बोल्ड हो गए। टिम पेन से आस्ट्रेलिया को उम्मीद थी कि अंत में वह निर्णायक पारी खेलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और बुमराह ने उन्हें 17 के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। बुमराह ने नाइल (1) को भी अपना शिकार बनाया। डेनियल क्रिस्टियन (9) रन आउट हुए। उनके जाने के बाद तीन गेंद ही फेंकी गई थी कि बारिश ने मैच में खलल डाल दिया। आस्ट्रेलिया इसके बाद अपने बाकी के बचे ओवर नहीं खेल सकी और भारत को संशोधित लक्ष्य दिया गया।