नाइकी इंडिया ने 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम के साथ अपने प्रायोजन को 2020 तक बरकरार रखने के लिए 370 करोड़ रुपए की राशि भुगतान की थी। नाइकी का करार एक जनवरी 2016 से 30 सितंबर 2020 तक का है और वह प्रति मैच टीम को 87 लाख 34 हजार रुपए का भुगतान करती है।
बोर्ड ने भी कहा है कि वह जल्द ही इस मसले पर नाइकी के अधिकारियों से मुलाकात कर मामले को सुलझाने का प्रयास करेगी। इस बीच भारतीय टीम की जर्सी पर स्मार्ट फोन बनाने वाली चाइनीज कंपनी ओप्पो का नाम बतौर मुख्य प्रायोजक रहेगा, जिसने टीम को पांच वर्षाें के लिए 1079 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
अब ऐसे में बीसीसीआई ने नाइकी कंपनी को नोटिस भेजा, जिसके बाद नाइकी ने टीम इंडिया को टेस्ट कराने के लिए नई किट भेजी है। टीम के खिलाड़ी अब प्रैक्टिस सेशन में ये नई जर्सी को ट्राई करेंगे। खुद नाइकी कंपनी के अधिकारी खिलाड़ियों संपर्क बनाए हुए हैं और उनसे जर्सी के बारे में पूछ रहे हैं। टीम के खिलाड़ी अब दूसरे एक दिवसीय मुकाबले में नई जर्सी पहने उतरेंगे। दरअसल, टीम के खिलाड़ियों को जर्सी में कम्फर्ट महसूस नहीं हो रहा था, जिसके बाद खिलाड़ियों ने इसकी शिकायत बीसीसीआई से की थी।